रायपुर। चुनाव के दौर में जब राजनीतिक पार्टियां किसी भी स्तर तक जाकर बयानबाजी व आरोप-प्रत्यारोप पर उतर आती हैं। ऐसे में कुछ क्षण ऐसे भी होते हैं जब राजनीतिक सुचिता का मिसाल बनते हैं। जो छत्तीसगढ़ की राजनीति में भी कायम है। मंगलवार को एक तस्वीर सोशल मीडिया में घूमते रही जो कि रावणभाठा दशहरा उत्सव समिति के आमंत्रण पर महोत्सव के पूर्व पूजन कार्यक्रम की थी जिसमें विधायक बृजमोहन अग्रवाल और राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास के साथ सांसद सुनील सोनी भी उपस्थित थे।
महंत जी को सम्मान देते हुए सांसद-विधायक ने पैर छूकर आर्शिवाद भी लिया और जब फोटो सेशन की बारी आई तो उन्हे सम्मानपूर्वक बीच की कुर्सी पर बिठाया। यह चर्चा इसलिए कि रायपुर दक्षिण विधानसभा से बृजमोहन अग्रवाल भाजपा से प्रत्याशी घोषित हो चुके हैं और महंत जी का नाम कांग्रेस से फाइनल बताया जा रहा है। ये अलग बात की किन्ही कारणों से उन्हे टिकट न भी मिले। लेकिन देखने व सुनने वालों के लिए एक सीख हैं कि ये परम्परा संस्कार व संबंधों का चुनाव के दौर में भी कायम रहना चाहिए।
इस आयोजन की एक और खूबी है जिसे बताना जरूरी होगा समिति के दो प्रमुख सदस्य पार्षद मनोज वर्मा जो कि भाजपा से हैं और सुशीलचंद्र ओझा कांग्रेस से,लेकिन दोनों की प्रमुख भूमिका हर साल के सफल आयोजन में होती है। उत्सव खुशियां देती है..रिश्तों की ये मिठास ही तो है छत्तीसगढ़ की पहचान।