रायपुर,अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर हास्य कवि पद्मश्री सुरेंद्र दुबे का गुरुवार को निधन हो गया। खबर है कि हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हुआ । रायपुर के एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में उनका इलाज चल रहा था। दुबे के पारिवारिक करीबी उज्जवल दीपकने निधन की जानकारी सोशल मीडिया पर जारी की

इससे पहले साल 2018 में राजस्थान के एक कवि जिनका नाम सुरेंद्र दुबे ही था, उनका निधन हुआ। इंटरनेट पर छत्तीसगढ़ के सुरेंद्र दुबे के मौत की खबर फैली। इस घटना पर कवि सुरेंद्र दुबे ने एक कविता बनाई जिसे वो अक्सर मंचों पर सुनाया करते थे। उनकी मौत की झूठी खबर पर लिखी कविता की पंक्तियां यूं थीं। मेरे दरवाजे पर लोग आ गए यह कहते हुए की दुबे जी निपट गे भैया बहुत हंसात रिहीस.. मैं निकला बोला- अरे चुप यह हास्य का कोकड़ा है ठहाके का परिंदा है टेंशन में मत रहना बाबू टाइगर अभी जिंदा है।
मेरी पत्नी को एक आदमी ने फोन किया वो बोला- दुबे जी निपट गे, मेरी पत्नी बोली ऐसे हमारे भाग्य कहां है रात को आए हैं पनीर खाए हैं पिज़्ज़ा उनका पसंदीदा है टेंशन में तो मैं हूं कि टाइगर अभी जिंदा है। एक आदमी उदास दिखा मैंने पूछा तो बोला मरघट की लकड़ी वाला हूं बोला वहां की लकड़ी वापस नहीं हो सकती आपको तो मरना पड़ेगा नहीं तो मेरे ₹1600 का नुकसान हो जाएगा मैंने कहा- अरे टेंशन में मत रह पगले टाइगर अभी जिंदा है।..
दोस्तों सुरेंद्र दुबे आज हमारे बीच भले ही नहीं रहे.. लेकिन उनकी कविताएं हमारे बीच रहने का एहसास कराते रहेगी वो हमारे बीच ही है VCN की ओर से शत-शत नमन इस खबर में इतना ही आप देखते रहिए VCNटाइम्स नमसकार