इंदर कोटवानी
मध्य प्रदेश की 230 सीटों, छत्तीसगढ़ की 90 सीटों, तेलंगाना की 119 सीटों और राजस्थान की 199 सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 8 बजे गिनती शुरू होगी.वहीं मिजोरम में नतीजों की तारीख बदली गई है, अब वहां सोमवार को मतगणना होगी.
2024 से पहले विधानसभा चुनाव को लोकसभा का सेमीफाइनल बताया जा रहा है. ऐसे में पूरे देश की नजर पांच राज्यों के नतीजों पर हैं, जिसमें 4 राज्यों का परिणाम आज रविवार 3 दिसंबर को आने वाला है. सुबह 8 बजे से छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश, राजस्थान, और तेलंगाना में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने शुरू हो जाएंगे. जबकिमिजोरम के नतीजे 4 दिसंबर को आएंगे. हर पार्टी की धड़कने तेज हैं. नतीजों से पहले ही सब अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ की 90 सीटों,मध्य प्रदेश की 230 सीटों, तेलंगाना की 119 सीटों और राजस्थान की 199 सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 8 बजे गिनती शुरू होगी वहीं मिजोरम में सोमवार को मतगणना होगी. चुनाव अधिकारियों के मुताबिक त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है और केवल वैध पास रखने वाले लोगों को ही मतगणना केंद्रों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी.
छत्तीसगढ़ में क्या कहते हैं एग्जिट पोल
एग्जिट पोल के नतीजों के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है. हालांकि बीजेपी नेताओं का दावा है कि फाइनल रिजल्ट उनके पक्ष में होगा. इस बीच चुनावी नतीजों से ठीक पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सभी बेटिंगएप्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है तो ऐसे में सवाल है कि क्या इस पत्र के जरिए भूपेश बघेल जीत को लेकर अपना भरोसा दिखाने की कोशिश कर रहे हैं. क्योंकि मतदान से पहले महादेव बेटिंग एप को बीजेपी ने बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया था. इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के अनुसार, छत्तीसगढ़ मेंकांग्रेस के 40-50 सीटें जीतने का अनुमान है. जबकि बीजेपी 36-46 सीटें जीत सकती है. अन्य 1-5 सीटें जीत सकते हैं.
छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) से प्रभावित जिलों समेत राज्य के 33 जिलों के सभी मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन अधिकारीरीना बाबा साहेब कंगाले ने एक प्रेस कांफ्रेंस में में कहा, “मतगणना प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए कुल 90 रिटर्निंग ऑफिसर, 416 सहायक ऑफिसर, 4596 मतगणना कर्मी और 1698 माइक्रो-ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं.”मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव (दोनों कांग्रेस से) और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सीएम रमन सिंह सहित 1,181 उम्मीदवार मैदान में है…
राजस्थान में राज बदलेगा या रिवाज?
नतीजों को लेकर राजस्थान में सियासी हचलच सबसे ज्यादा है. राजस्थान में वैसे तो हर पांच साल पर सत्ता बदलने का रिवाज रहा है लेकिन इस बार के एग्जिट पोल कुछऔर इशारा कर रहा है. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल कांटे की टक्कर है लेकिन बढ़त कांग्रेस ने बनाई है. इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में राजस्थान में कांग्रेस को 86 से 106 सीट मिलती दिख रही है. वहीं बीजेपी के खाते में 80 से 100 सीटें आ सकती हैं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) प्रवीण गुप्ता ने बताया कि राजस्थान में 25 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में पड़े वोटों की गिनती रविवार को राज्य के 36 केन्द्रों पर की जाएगी. राजस्थान की 199 सीटों पर 1800 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां पिछले तीन दशकों में हर पांच साल में कांग्रेस और भाजपा के बीच सत्ता बदलती रही है
मध्य प्रदेश में कमल या कमलनाथ?
उधर, मध्य प्रदेश में कमल होगा या कमलनाथ? इस सवाल का जवाब भी ईवीएम खुलने के साथ-साथ स्पष्ट हो जाएगा. यहां भी बीजेपी औरकांग्रेस, दोनों की अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. हालांकि चुनावी जंग में किसका दावा सच होगा और किसका भरोसा कम होगा, ये तस्वीर साफ होने में अब कुछ ही वक्त बचा है. लेकिन ये तय है कि काउंटिंग से ठीक पहले एमपी का सियासी पारा चरम पर है. क्योंकि भले ही एग्जिट पोल का आंकड़ा कांग्रेस के खिलाफ है, लेकिन कमलनाथ को इस बार बीजेपी की पराजय का पूरा विश्वास है. India Today Axis My India Exit Poll में मध्य प्रदेश के अंदर बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलता दिख रहा यहां बीजेपी को 140-162 सीट मिलने का अनुमान है. वहीं कांग्रेस को 68-90 सीट मिलने के आसार हैं.
अधिकारियों के मुताबिक मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों की गिनती 52 जिला मुख्यालयों पर होगी. इस चुनाव में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती और प्रतिद्वंद्वी कमलनाथ जैसे राजनीतिक दिग्गजों सहित2,533 उम्मीदवार मैदान में हैं. सीएम शिवराज ने दावा किया कि उनकी पार्टी भारी बहुमत के साथ सत्ता बरकरार रखेगी, जबकि राज्य कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ ने कहा. कि उन्हें राज्य के मतदाताओं पर “पूरा भरोसा” है. 230 सीटों में से 47 अनुसूचित जनजाति के लिए और 35 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं.
तेलंगाना में भी सियासी हलचल तेज
तेलंगाना में वोटों की गिनती से पहले सियासी हलचल बढ़ी हुई है. बीआरएस और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेता अपनी अपनी पार्टी की जीत का दावा कर रहे हैं. साथ पार्टी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात की. इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक 60 सीटों वाले इस राज्य में कांग्रेस को सरकार बनाती दिख रही है. पोल में कांग्रेस को 63से 73 सीटें, सत्ताधारी बीआरएस को 34 से 77 सीटें, बीजेपी को 4 से आठ सीटें और अन्य को 5 से आठ सीटें मिलने का अनुमान है.
तेलंगानान में 2,290 प्रत्याशी प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें बीआरएस सुप्रीमो चंद्रशेखर राव, उनके मंत्री-पुत्र केटी रामा राव, टीपीसीसी अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और भाजपा के लोकसभा बंदी संजय कुमार, डी अरविंद और सोयम बापू राव शामिल हैं. बीआरएस ने सभी 119 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि कांग्रेस ने एक सीट अपने सहयोगी सीपीआई को दी है. चुनाव पूर्व समझौते के तहत भाजपा और जनसेना ने क्रमश: 111 और 8 सीटों पर चुनाव लड़ा. असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम ने शहर के नौक्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं.