स्पेशल टास्क फोर्स ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी दस्तावेज बनाकर रह रहे थे.
दुर्ग पुलिस जिले में अवैध रूप से निवास कर रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान और धरपकड़ में लगी हुई है। इसी कड़ी में पुलिस ने दो और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस पुइसके पहले भी 5 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि अमन लकड़ी टाल के पास कैंप दो में कुछ बांग्लादेशी किराये के मकान में रह रहे हैं। वो लोग यहां लगभग 10-12 सालों से निवासरत हैं। इसके बाद पुलिस की टीम वहां पहुंच गई ।
पुलिस ने उस मोहल्ले और उस घर में रह रहे लोगों आधार, पैन, बैंक पासबुक और अन्य दस्तावेजों की जांच की। इस दौरान उन्हें पता चला कि मोहम्मद अब्दुल रौब हुसैन पिता अब्दुल सत्तार खंदोकर (48 साल) मूल निवासी राजबाड़िया पोस्ट हरिदापोटा, झिकारगाछा, जिला जेस्सोर बांग्लादेश और साथी खातून पिता मोहम्मद जमशेर सरदार निवासी निरबासखुला, माटीकुमरा, झिकारगाछा जिला जेस्सोर बांग्लादेश के रहने वाले हैं।
पुलिस ने दोनों बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ अवैध रूप से भारत बांग्लादेश सीमा पारकर बिना वैध दस्तावेज के भारत में रहने के मामले में और फर्जी कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उसका दुरूपयोग करने के अपराध में मामला दर्ज कर गिरफ्तार और न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
अब्दुल शेख और उसका साथी शेख खुद को दक्षिण 24 परगना पश्चिम बंगाल का निवासी बताकर यहां रह रहे हैं। उन्होंने फर्जी तरीके से अपना आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी तैयार कर लिये हैं। इसके बाद एसटीएम ने एक महिला और पुरुष सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
दोनों के कब्जे से जप्त दस्तावेज और मोबाइल फोन का डाटा का पुलिस जांच कर रही है। पुलिस की जांच में यह पता चला है कि वो मूल रूप से बंगालादेश के निवासी है और 2012 में भारत बांग्लादेश सीमा को अवैध रूप से पारकर पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना में पहुंचे थे।
वहां हुसैन शेख की लड़की से शादी कर उसकी मदद से मोहम्मद अली शेख के नाम से फर्जी जन्मतिथि बदलकर भारतीय नागरिकता संबंधी फर्जी एवं कूटरचित आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड बनवा लिया।आरोपी अब्दुल रौब का पिछले 5-6 माह से कैम्प-02 में रहना पाया गया है। जांच पर मोहम्मद अब्दुल रौब हुसैन द्वारा मोबाइल इंटरनेट के माध्यम से बांग्लादेश में रहने वाले रिश्तेदारों से लगातार संपर्क में रहना एवं बांग्लादेशी नागरिकता से संबंधित फोटो परिचय पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, बांग्लादेशी पासपोर्ट संबंधी दस्तावेज जप्त किया गया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला साथी शेख ने बताया कि वो संदेशखली, गोलाबारी, दक्षिण 24 परगना की रहने वाली है। जब दस्तावेज की जांच की गई तो पता चला कि उसका असली नाम साथी खातून पिता मोहम्मद जमशेर सरदार निवासी निरबासखुला, माटीकुमरा, झिकारगाछा जेस्सोर बांग्लादेश होना पाया गया।वो वर्ष 2014 में अवैध रूप से भारत बांग्लादेश सीमा पार कर भारत पहुंची और पिछले 7-8 महीने से कैंप 2 छावनी में किराये के मकान में रह रही है।
उसने अपने मामा मोहम्मद अब्दुल रौब के सहयोग से बांग्लादेशी नागरिक के मूल पहचान को छिपाते हुए छलपूर्वक कूटरचना कर जन्मतिथि में परिवर्तन कर भारतीय नागरिकता संबंधी फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक बनवा लिया।वो लगातार बांग्लादेशी नागरिक अपने रिश्तेदारों से मोबाइल फोन के जरिए इंटरनेट कॉल व वाट्सअप के जरिए लगातार संपर्क में थी।

