रायपुर। भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशियों की लिस्ट वायरल होने के मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान दिया है, उन्होंने इसे साजिश बताया, उन्होंने कहा की लिस्ट वायरल हुई ताकि विरोध होने पर यह कह दिया जाए कि विरोध की वजह से कुछ नाम बदले गए हैं। भाजपा को सियासी आरोपों से भूपेश बघेल लगातार घेर रहे हैं।
उन्होंने भाजपा को छत्तीसगढ़ में आरक्षण विरोधी भी बताया। देश में जनगणना न कराने पर एक बार फिर केंद्र सरकार से सवाल भी किए। ऑनलाइन सट्टा एप पर भी मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कह दिया कि केंद्र इस तरह के एप को बैन करे और निष्पक्ष कार्रवाई भी करे।
सूची के बाद हो रहा सिर फुटव्वल’
भाजपा की दूसरी लिस्ट वायरल है, इसका विरोध भी हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूची जो निकली है, उसमें काफी सिर फुटव्वल हुआ हो रहा है। ये आंतरिक गुटबाजी का परिणाम है। वरना भारतीय जनता पार्टी के सूची लीक हो जाए यह संभव नहीं था।
सीएम ने आगे कहा कि- लीक करने के बाद कुछ नेताओं से यह कहा जाएगा कि टिकट तो था लेकिन लोग विरोध कर रहे हैं इसलिए बदला जा रहा है। एक तरफ नाम घोषित भी कर दो और टिकट काट दो यह षड़यंत्र है, भाजपा की आंतरिक कलह है की वजह से ये सामने आया है।
BJP को बताया आरक्षण विरोधी
भाजपा आरक्षण के विरोध में है। कोर्ट का एक आदेश था कि किस आधार में 27 फीसदी आरक्षण ओबीसी को दिया गया है। हम लोगों ने हेड काउंट कराया था। काउंट में यह पाया क्या कि OBC 43% है। 3 फीसदी ईडब्ल्यूएस हैं उसके आधार आरक्षण दिया गया है। क्या भारतीय जनता पार्टी यह नहीं मानती कि छत्तीसगढ़ में ओबीसी 43 फीसदी से अधिक है।
यदि नहीं मानते तो कराए जनगणना, जनगणना क्यों नहीं कर रहे हैं भाजपा के लोग जो सवाल उठा रहे हैं मेरा सवाल है कि 2021 की जनगणना क्यों नहीं हो रही है। जब हम हेड काउंट कर सकते हैं जब आर्थिक सर्वेक्षण कर सकते हैं और बिहार की सरकार जातिगत जनगणना कर सकती है तो केंद्र सरकार क्यों नहीं कर रही है सवाल तो इसी बात का है।