छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पुलिस ने महादेव सट्टा ऐप मामले में पिता और उसके दो बेटों सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक बेरोजगार को नौकरी दिलवाने के नाम पर उनसे बैंक में खाता खुलवाने के लिए जरूरी दस्तावेज ले लेते थे। फिर बैंक खाते और ATM का उपयोग, सट्टा ऐप की रकम ट्रांजैक्शन के लिए किया जाता था।
पुलिस के मुताबिक महादेव सट्टा ऐप के 3 करोड़ 24 लाख 77 हजार रुपए की राशि फ्रीज की गई है।
एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि फरवरी 2024 में तपकरा थाना क्षेत्र के बंधाटोली निवासी विकास लकड़ा (34) ने तपकरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके अनुसार तपकरा के रहने वाले मनोज ताम्रकार (58) और उसके 2 बेटे सुकेश ताम्रकार (25), चंद्रसेन ताम्रकार (26) पीड़ित के घर आएआरोपियों ने नौकरी लगाने का झांसा देते हुए 5 हजार रुपए कैश के साथ बैंक में खाता खोलने के लिए उससे आवश्यक दस्तावेज लिए। नौकरी के लालच में आकर उसने आरोपियों की सभी मांगों को पूरा कर दिया।
काफी दिन बीत जाने के बाद भी उसकी नौकरी नहीं लगी, तो उसने आरोपियों से पूछताछ की। इस पर आरोपियों ने सरकार की ओर से वैकेंसी जारी नहीं होने की बात कही। बैंक खाते के संबंध में भी उसे कुछ जानकारी नहीं दी।एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो यह पूरा मामला महादेव सट्टा ऐप से जुड़ गया। आरोपी मनोज ताम्रकार से 30 हजार रुपए, 23 एटीएम कार्ड, 4 पासबुक और एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है।
सुकेश ताम्रकार से 1 लाख नगद रुपए, 51 एटीएम कार्ड,14 पासबुक, 67 चेक बुक,1 मोबाइल फोन, 2 सिम कार्ड,1 पासपोर्ट और चंद्रसेन ताम्रकार से 1 लाख कैश, 50 एटीएम कार्ड, 7 पासबुक,1 लैपटॉप, ग्रामीण बैंक की सील, 3 मोबाइल फोन और 1 पासपोर्ट बरामद किया गया।
3 करोड़ 24 लाख 77 हजार रुपए फ्रीज कराए जा रहे
चौथे आरोपी योगेश साहू से 5 चेक बुक,1 पासबुक और 2 मोबाइल फोन जब्त किया गया है। आरोपियों को धोखा देकर रुपए लेने, बैंक अकाउंट खुलवा कर दुरुपयोग करने का अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।