केशकाल: विश्रामपुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सोनपुर से दो स्कूली बच्चियां जो कक्षा सातवीं की छात्राएं थीं, शनिवार सुबह स्कूल जाने के बाद वापस घर नहीं लौटीं। इसके चलते दोनों बच्चियों के परिजन काफी चिंतित थे। जैसे ही विश्रामपुरी पुलिस को गुमशुदगी का जानकारी मिली, उन्होंने दोनों बच्चियों की छानबीन शुरू कर दी।
आसपास लोगों से पूछताछ व केशकाल विश्रामपुरी के दर्जनों सीसीटीवी को खंगालने के बाद पुलिस को सूचना मिली कि दोनों बच्चियों को कांकेर में देखा गया है। एसपी पंकज चंद्रा ने तत्काल एक टीम बनाकर कांकेर रवाना किया। जहां पता चला कि दोनों बच्चियां बालिका बाल सम्प्रेक्षण गृह में हैं और सुरक्षित हैं। अब सीडब्ल्यूडीसी के द्वारा बच्चियों की काउंसलिंग करने के बाद सोमवार को परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।
CG keshkal News, आपको बता दें कि गुम हुई दोनों बच्चियों के बारे में जब गांव के लोगों से पूछताछ किया गया तो पता चला कि पहली बच्ची तृप्ति मरकाम पिता बुधराम आयु 12 साल जो पिछले 5 वर्षों से अपनी नानी-नाना के घर रहती थी। तृप्ति मरकाम के माता-पिता दोनों ही एक दूसरे को तलाक दे दिया था और अलग अलग रहने लगे थे। तब से ही तृप्ति को मां बाप का प्यार नहीं मिला था जिससे वह काफी मायूस रहती थी।
वहीं दूसरी बच्ची नोबिना नेताम पिता साधुराम उम्र 12 वर्ष जो कि बचपन से ही अपनी मां के साथ अपनी बड़ी मां के घर ही रहती थी। उसे भी कभी अपने सगे बाप का प्यार नहीं मिला। ऐसे में दोनों बच्चियों ने एक साथ मिलकर अनाथ आश्रम जाने का फैसला लिया और घरवालों को बिन बताए ही अचानक घर से निकल गईं ।
शनिवार दोपहर दोनों एक साथ घर से कपड़ा लेकर अनाथ आश्रम जाने के लिए निकल गए। किसी तरह सोनपुर से केशकाल पहुंचे और केशकाल से बस में कांकेर पहुंच गए। लेकिन कांकेर शहर के बारे में कोई जानकारी नहीं होने के कारण वह बस स्टैंड में उतरकर आसपास भटक रही थीं। तभी नगर के कुछ लोगों की नजर उन बच्चियों पर पड़ी लोगों ने बाल संप्रेक्षण गृह में संपर्क करके उन्हें सुपुर्द कर दिया।
इधर जिला प्रशासन व कोंडागांव पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्र के निर्देश पर एडिशनल एसपी कौशलेंद्र पटेल स्वयं इसकी निगरानी कर दोनों बच्चों को ढूंढने के लिए विश्रामपुरी टीआई विनोद नेताम, केशकाल टीआई ज्ञानेंद्र सिंह चौहान व सायबर सेल प्रभारी सौरभ उपाध्याय के नेतृत्व में तीन अलग-अलग टीम गठित की गई थी। तीनों टीम पिछले 24 घण्टे से केशकाल, नारायणपुर, कांकेर, रायपुर और ओडीशा की ओर छानबीन करने रवाना हो गए थे।
इस दौरान आसपास के दुकानदारों, होटल, लॉज, बस कंडक्टरों से पूछताछ करने और दर्जनों सीसीटीवी कैमरे को छानबीन की गई। इस दौरान बच्चियों का लोकेशन कांकेर में होना पता चला और एक टीम तुरंत कांकेर पहुंची। जहां पुष्टि हुई कि दोनों बच्चियां सुरक्षित है और बालिका बाल सम्प्रेक्षण गृह में रखा गया है।

