रायगढ़ छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में आरपीएफ पोस्ट के भीतर ड्यूटी के दौरान दो जवानो के बीच हुए विवाद में एक आरपीएफ हेड कॉन्स्टेबल ने अपने ही साथी प्रधान आरक्षक पर गोली चला दी। गोली लगने से पीके मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई। गोली चलाने वाले जवान का नाम एस लादेर है। वह जांजगीर-चांपा का रहने वाला है। मृतक हेड कॉन्स्टेबल पीके मिश्रा मध्यप्रदेश के रीवा जिले के रहने वाले थे। दोनों बैचमेट थे और उनकी ड्यूटी रात में लगी थी।

जानकारी के मुताबिक तड़के करीब 4 बजे किसी बात को लेकरदोनों के बीच विवाद हुआ, इसी बीच एस लादेर ने पीके मिश्रा के सिर पर चार राउंड फायर कर दिए, जिससे उनकी मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि, अभी आरपीएफ पोस्ट को सील कर दिया गया है और किसी को भी भीतर नहीं जाने दिया जा रहा है। बिलासपुर से IG मुनव्वर खुर्शीद भी RPF पोस्ट में पहुंचे।
फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंचकर घटना की जांच कर रही है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, घटनास्थल पर मृतक की पत्नी भी पहुंच चुकी है।आरोपी हेड कॉन्स्टेबल एस लादेर जांजगीर के भाटापारा का रहने वाला है और उसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। दोनों की जॉइनिंग 2001 में हुई थी और वे एक ही बैच के थे। दोनों मित्र थे। मृतक पीके मिश्रा अनूपपुर से करीब साढ़े तीन साल पहले रायगढ़ ट्रांसफर होकर आए थे।
RPF पोस्ट के पास अपनी दुकान चलाने वाले श्याम सरकार के मुताबिक उन्होंने गोली चलने की आवाज तो नहीं सुनी, लेकिन सुबह लगभग 6 बजे उन्हें पोस्ट में हुई घटना की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि सुबह पोस्ट में हड़कंप मचा हुआ था और तुरंत अधिकारियों को सूचना दी गई।
वहीं थाना के दरवाजे को बंद कर भीतर अधिकारी जांच कर रहे हैं और किसी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। बाहर से RPF जवानों को भी बुलाया गया है, मृतक के परिजन भी भीतर मौजूद हैं।
आपको बता दे कि मृतक हेड कॉन्स्टेबल पीके मिश्रा रायगढ़ से किरोड़ीमल तक पेट्रोलिंग ड्यूटी पर थे। रात में पेट्रोलिंग पूरी कर वे थाना पहुंचे थे। इस दौरान आरोपी एस लादेर TA (टेलीफोन अटेंड) ड्यूटी में था। दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हुई, और आरोपी ने थाना में रखी पिस्टल से पीके मिश्रा के सिर पर चार राउंड फायर कर दिए। गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
प्लेटफॉर्म में हेड कॉन्स्टेबल पी. खलखो और जीपी यादव प्लेटफॉर्म ड्यूटी पर थे। घटना की जानकारी मिलने पर उन्होंने तुरंत आरपीएफ के उच्चाधिकारियों को सूचित किया

