शहर से लगे ग्राम पंचायत सिनोधा सरपंच के खिलाफ 13 पंचों के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव मामले में अब नया मोड़ आ गया है.. बताया जाता है जिन 13 पंचों ने सरपंच पर मनमानी का आरोप लगाकर एसडीएम तिल्दा को अविश्वास प्रस्ताव का दस्तावेज सौंपा था. उन्हीं में से 3 पंचों ने सरपंच पर विश्वास जताते हुए एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा है.. जिसमें पंचों ने लिखा है कि हम सरपंच के साथ है… 3 पंचों के दिए गए आवेदन के बाद सरपंच के विरोधी माने जाने वाले पंच और उनके पीछे अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों के मसूबो पर एक प्रकार से पानी फिर गया है..
हालांकि 8 दिन पहले जब 13 पंचों ने हस्ताक्षर कर अविश्वास प्रस्ताव के लिए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा था और जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो लगभग दो-ढाई सौ महिलाएं दूसरे दिन तिल्दा एसडीएम कार्यालय पहुंच गई और सरपंच का समर्थन करते हुए ज्ञापन में हस्ताक्षर करने वाले पंचो का विरोध करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की थी…महिलाओं का कहना था कि जब से लक्ष्मण गिरि सरपंच बने हैं गांव में कई विकास कार्य हुए हैं उनके सरपंच बनने से ग्रामवासी खुश है,, सीधे सरल स्वभाव के साथ गरीब परिवार का होने के कारण उनसे हारने वाले लोग उसकी जीत को पचा नहीं पा रहे.. सरपंच ने अपना 3 साल का कार्यकाल को बहुत ही ईमानदारी के साथ निर्वाह किया है.. बताया जाता है कि सरपंच से किसी को कोई काम होता है, या फिर किसी कागज में सील- मोहर लगानी होती है तो सरपंच स्वयं उनके यहां पहुंच जाते हैं.. यही कारण है कि सरपंच को हर तबके के लोग पसंद करते हैं ,चुनाव में भी ग्रामीणों ने उसका खुलकर समर्थन किया था .. त्रिकोणी संघर्ष में सरपंच गिरी से हारने वाले दोनों प्रत्याशियों से भी अधिक वोट मिले थे, ग्राम पंचायत सिनोधा में उपसरपंच को मिलाकर पंचो की संख्या 16 है इनमें से 13 पंचों के द्वारा तिल्दा एसडीएम को अविश्वास प्रस्ताव के लिए दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए थे. तीन पंच पहले से ही सरपंच के समर्थन में थे ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव से बचने के लिए सरपंच को एक पंच की जरूरत थी लेकिन हस्ताक्षर करने वाले 3 पंचों ने सरपंच का समर्थन करते हुए एक हस्ताक्षर.युक्त ज्ञापन देने के बाद . स्थिति पूरी तरह से पलट गई है.. सरपंच को अविश्वास प्रस्ताव से बचने के लिए मात्र चार पंचों की जरूरत है और वो 6 पंचों का साथ होने का दावा कर रहे हैं बावजूद अविश्वास प्रस्ताव की तारीख मुकर्रर होने के बाद उन्हें अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा..
वर्जन
जब से सरपंच बना हूं तब से हारने वाले मुझे पद से हटाने में लगे हुए हैं.. सरपंच लक्ष्मण गिरि ने कहा कि गांव के आधे से भी अधिक मतदाता पक्ष में है ,उन्होंने कहा कि मुझे गांव में खासकर के माताओं बहनों और बेटियों का आशीर्वाद प्राप्त है.. गांव के बुजुर्ग और युवाओं का भी सहयोग मुझे मिलता है.. सरपंच का चुनाव जीतने के बाद से मैंने लक्ष्य बनाया है कि मैं जो भी करूंगा गांव और गांव वालों के हित के लिए करूंगा .., उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों ने जब देखा कि मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है तो, उन लोगों ने मेरे ऊपर मनमानी और पद का दुरुपयोग करने,पंचों के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाकर एसडीएम को ज्ञापन सौंप दिया.. उन्होंने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि पंचों ने दस्तावेजों में दबाव में आकर हस्ताक्षर किए हैं .. मैंने किसी भी पंच के साथ अभद्र यार नहीं किया है ना ही मैं मनमानी करता हूं.
लक्ष्मण गिरी सरपंच ग्राम पंचायत सिनोधा
हालांकि पंचायत समिति का कहना है कि जिन 13 पंचों ने ज्ञापन में हस्ताक्षर किए हैं सत्यापन करने पर सभी ने हटाने की बात कही है.. 6 पंचों के द्वारा अलग से ज्ञापन सौंपा गया था सत्यापन करने पर तीन पंच बयान देने सामने नहीं आए जबकि 3 पंचों ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करता किया है.. हालांकि अविश्वास प्रस्ताव के लिए होने वाले वोटिंग की अभी तारीख तय नहीं की गई है.. अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराने के लिए तारीख तय करने का एसडीएम महोदय को दिए गए हैं..
विजय वर्मा पंचायत इंस्पेक्टर जनपद पंचायत तिल्दा
अभी मैं दफ्तर में नहीं हूं इसीलिए इसके बारे में मैं कुछ नहीं कहूंगा कल दफ्तर खुलते ही फाइल देख कर बता दूंगा कि अविश्वास प्रस्ताव कि लीजिएगा जाओ ज्ञापन में कितने पंचों के हस्ताक्षर हैं या और कोई भी ज्ञापन दिया गया है
प्रकाश टंडन अनुभाग अधिकारी तिल्दा
नोट; पहली खबर में कुछ गलती थी इसलिए फिर से खबर भेज रहा हु