कोरिया: कोरिया जिले के बैकुंठपुर वनमंडल परिक्षेत्र में गुरुवार शुक्रवार दरमियानी रात हाथियो ने एक युवक पर हमला कर दिया जिससे उसकी की मौत हो गई. हाथी कांदाबाड़ी में विचरण कर रहे हैं. इसी बीच हाथियों ने युवक पर हमला कर दिया ..जानकारी मिलते ही वन विभाग के कर्मचारी अलर्ट मोड पर हैं.वही इस घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है.
जानकारी के मुताबिक सूरजपुर वनमण्डल परिक्षेत्र के सलवा से 11 हाथियों का दल कोरिया जिले के बैकुंठपुर वनमंडल पहुंचा है. उसके बाद से ये हाथियो का दल क्षेत्र में लगातार विचरण कर रहा है..बीती रात हाथियों ने एक युवक पर हमला कर दिया जोर युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. मृतक की पहचान विशुनपुर ग्राम निवासी फूलसाय पंडो के रूप में हुई है. इस घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है .. वन विभाग की टीम क्षेत्र में निगरानी कर रही है और हाथियों को सुरक्षित जंगल की ओर खदेड़ने के प्रयास कर रही है
वनपरिक्षेत्र अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि सूरजपुर से हाथी बैकुंठपुर वनमंडल में घुसे हैं. भोजन की तलाश में हाथी दिन में जंगल में रहते हैं और रात को जंगल से लगे गांवों और उनके आसपास खेतों में पहुंच रहे हैं. और रात को जंगल से लगे गांवों और उनके आसपास खेतों में धान खाने के लिए पहुंच रहे हैं.
अधिकारी अजीत सिंह ने बताया कि वन विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि यदि कहीं पर हाथी धान की फसल को खा रहे हैं तो उन्हें छेड़ने की कोशिश ना करें. नुकसान होने पर शासन प्रशासन की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा. वन विभाग की टीम लगातार मुनादी कर रही है. हाथी के संभावित रूट पर भी पहले से ही अलर्ट किया जा रहा है ताकि ग्रामीण पहले से ही सतर्क रहे.
वनपरिक्षेत्र अधिकारी ने बताया कि 15 हाथियों का दल गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व में विचरण कर रहा है. लेकिन रात में भोजन की तलाश में एक दो घंटे के लिए हाथी कछाड़ी गांव में पहुंच रहे हैं. वहां भी अलर्ट जारी किया गया है.उधर हाथियों के हमले से ग्रामीण काफी दहशत में है। उनका कहना है कि वन विभाग द्वारा खेतों में न जाने की मुनादी कराई गई है, यह भी कहा जा रहा है कि हाथी अगर धान की फसल को खा रहे हैं तो उन्हें ना छेडे … नुकसान होने पर शासन के द्वारा.. किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.. लेकिन जब मुआवजे की बारी आती है तो किसानों को चक्कर लगाने पड़ते हैं। किसानों ने कहा कि हाथियों के हमले से ग्रामीणों की मौत होती ही है किसानों को भारी नुकसान भी होता है। कोरिया से वीसीएन टाइम्स की रिपोर्ट

