रेलवे यात्रियों की यात्रा को सुखद और आसान बनाने के लिए रेलवे की नई व्यवस्था कारगर, ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को मिल रही कन्फर्म सीट
नईदिल्ली -रेलवे यात्रियों के लिए एक राहत भरी खबर है. रेलवे की नई टिकटिंग व्यवस्था जिसमें अब वेटिंग टिकट की लंबी और अनिश्चित फेहरिस्त पहले जैसी नहीं रही है. रेलवे ने टिकट बुकिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव करना शुरू कर दिया है. इसके तहत कुल उपलब्ध सीटों का केवल 25 प्रतिशत वेटिंग टिकट वेटिंग जारी किए जा रहे हैं. इस बदलाव का सीधा असर यात्रियों को मिला है, क्योंकि अब 70 से 75 प्रतिशत तक वेटिंग टिकट कन्फर्म हो रहे हैं.
ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को मिल रही कन्फर्म सीट
इस व्यवस्था से रेलवे यह सुनिश्चित कर रहा है कि वेटिंग टिकटों की संख्या सीमित रहे, जिससे ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को यात्रा के दिन तक कन्फर्म सीट मिल सके. पहले वेटिंग टिकटों की संख्या बहुत अधिक होती थी. इससे अंतिम समय तक टिकट कन्फर्म न होने पर यात्रियों को यात्रा रद्द करनी पड़ती थी या यात्री ऊंचे दामों में तत्काल टिकट खरीदने के लिए मजबूर होते थे.
सीटों की उपलब्धता में आई पारदर्शिता और व्यावहारिकता
रेलवे की इस पहल से उन सभी यात्रियों को लाभ मिल रहा है जो त्योहार, छुट्टियों या आपात स्थितियों में यात्रा करते हैं. अब यात्रा से पहले टिकट के कन्फर्म होने की बेहतर संभावना रहती है. खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं और बच्चों को इस फैसले से राहत मिली है, क्योंकि सीटों की उपलब्धता में पारदर्शिता और व्यावहारिकता आई है.
नये सिस्टम से ट्रेन की सीटों का अधिकतम हो रहा उपयोग
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि यह बदलाव डेटा एनालिसिस और यात्रियों की यात्रा प्रवृत्तियों के विश्लेषण पर आधारित है. इससे ट्रेन में सीटों का अधिकतम उपयोग हो रहा है. साथ ही अनावश्यक भीड़ से भी राहत मिल रही है. इसके अलावा ऑनलाइन टिकटिंग प्लेटफॉर्म पर कन्फर्म टिकटों की संख्या बढ़ने से यात्रियों को यात्रा से पहले ही स्पष्ट जानकारी भी मिल रही है.
70 से 75 प्रतिशत तक वेटिंग टिकट हो रहे हैं कन्फर्म
रेलवे द्वारा 25 प्रतिशत ही वेटिंग टिकट देने से ऐसा संभव हो रहा है. क्योंकि 70 से 75 प्रतिशत तक वेटिंग टिकट कन्फर्म हो रहे हैं. यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे अब समयबद्ध ढंग से चार्ट भी तैयार कर रहा है. ट्रेन चलने के 8 घंटे पहले चार्ट बन रहे है और कैंसिल टिकटों की स्थिति पर नजर रखते हुए ऑटोमैटिक तरीके से वेटिंग टिकटों को कन्फर्म किया जा रहा है. इससे यात्रियों को ट्रेन चलने के अंतिम समय तक टिकट कन्फर्म होने का इंतजार नहीं करना पड़ा रहा है.
यात्रियों के यात्रा अनुभव को सहज बनाने की पहल
यदि कोई यात्री चार्ट बनने के बाद यात्रा नहीं करता या अपनी कंफर्म टिकट को कैंसिल कर देता है, तो उसकी सीट कोच में खाली नहीं जाती है. रेलवे उस सीट को आरएसी (Reservation Against Cancellation) वाले यात्री को आवंटित कर देता है. यदि कोच में कोई आरएसी यात्री नहीं है तो सीट करंट बुकिंग के लिए उपलब्ध कर दी जाती है. यानी कि ट्रेन चलने के बाद भी अगले स्टेशनों से सीट बुक की जा सकती हैं. इसके लिए रेलवे ऐप या रेलवे स्टेशन टिकट काउंटर से टिकट बुक की जा सकती है.