रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नक्सलियों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि कोई जंगल में छिपा हो, शहर में बैठा हो या फिर गांव में हो. सबकी लिस्ट रेडी है. हिंसा फैलाने वाले किसी भी कीमत पर बचेंगे नहीं. नक्सलवाद का खात्मा कर हम दम लेंगे. सीएम ने कहा कि एंटी नक्सल ऑपरेशन में जवान पूरी ताकत के साथ लड़ रहे हैं. तय समय सीमा के भीतर हम माओवाद को जड़ से उखाड़ने में कामयाब होंगे.
”कोई कहीं भी छिपा है सबकी लिस्ट रेडी”: बदलेगा बस्तर, संवरेगा बस्तर पर बात करते हुए सीएम सख्त लहजे में कहा कि नक्सलवाद अंतिम दौर में है. सीएम ने माओवादियों को चुनौती देते हुए कहा कि उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में अब तक 424 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं. 1355 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और 1430 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं. साल 2025 में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की संख्या ज्यादा है, गिरफ्तार नक्सलियों की संख्या कम है.
तय समय में होगा नक्सलवाद का खात्मा: विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर की जनता लाल आतंक से मुक्त होना चाहती है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बस्तरवासियों की इच्छा के अनुरूप संकल्प लिया है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म होना चाहिए. इस दिशा में काम किया जा रहा है. हमारा लक्ष्य है कि बस्तर के कोने कोने तक भारतीय संविधान लागू होना चाहिए. बस्तर के गांव गांव तक विकास होना चाहिए. बस्तर के लोगों को लगभग बंधक बनाकर रखा गया है. नक्सली बस्तर के आदिवासियों की हत्या करते हैं. मणिकोंडा में यात्री बस को आईईडी से उड़ा दिया गया. एर्राबोर में पूरी बस्ती को नक्सलियों ने जला दिया था.
छत्तीसगढ़ में सबसे बढ़िया सरेंडर पॉलिसी: विजय शर्मा ने कहा कि सरकार का एक लक्ष्य है कि बस्तर के गांव तक विकास का रास्ता प्रशस्त होना चाहिए. छत्तीसगढ़ सरकार ने देश की सबसे बेहतरीन सरेंडर पॉलिसी को लॉंच किया है. नक्सल पीड़ितों को सहायता पहुंचाना हमारी बहुत बड़ी योजना है.
”हैदराबाद में बैठकर चिट्ठी क्यों लिख रहे हैं”: डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर के आदिवासी को नक्सली मारना चाहते हैं, जिसे यह सरकार होने नहीं देगी. हैदराबाद में बैठकर कुछ लोग जो अलग अलग निर्देश दे रहे हैं, उनकी एक भी बाच नहीं मानी जाएगी. हमारी सरकार एक भी गोली नहीं चलाना चाहती है. मोदी सरकार भी नहीं चाहती है, लेकिन उन लोगों को बस्तर के दर्द को समझने की जरूरत है.
नक्सली देश और आदिवासियों के लिए खतरा”: विजय शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नक्सलवाद बहुत बड़ा खतरा है. छत्तीसगढ़ समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, घने वन क्षेत्र, विभिन्न जनजाति समुदाय के लिए जाना जाता है लेकिन प्रदेश लंबे समय से नक्सल चुनौतियों से जूझ रहा है. नक्सलियों ने भय, हिंसा और असुरक्षा के माहौल में जीने के लिए विवश किया है. स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी सुविधाओं से भी लोगों को वंचित रखा है.
पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में बस्तर क्षेत्र में माओवाद को समाप्त करने की दिशा में काम कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ पुलिस और सुरक्षा बल के जवान लगातार ऑपरेशन कर रहे हैं. हमें लगाातार सफलता मिल रही है: विष्णु देव साय, सीएम
बड़ा नक्सली लीडर सहित 27 माओवादी हुए ढेर: सीएम ने कहा कि बुधवार को अबूझमाड़ में 27 कुख्यात नक्सली मारे गए. हमारे दो जवान शहीद हुए हैं. हम शहीद जवानों को नमन करते हैं. नक्सल आंदोलन की रीढ़ कहा जाने वाला माओवादियों का महासचिव और पोलित ब्यूरो का सदस्य बसवाराजू उर्फ गगन्ना इस कार्रवाई में ढेर किया गया है. इसकी गिनती माओवादियों में नंबर वन लीडर के रूप में होती थी. सीएम साय ने कहा कि बसवाराजू सवा तीन करोड़ का इनामी था. छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एक करोड़ का इनाम, गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा एक करोड़,एनआईए द्वारा पचास लाख, आंध्रप्रदेश सरकार द्वारा 25 लाख,ओडिशा सरकार द्वारा 25 लाख का इनाम घोषित था.
जनरल सेक्रेट्री रेंक का माओवादी न्यूट्रिलाइज किया गया: सीएम ने कहा कि तीन दशकों में पहली बार ऐसा हुआ है कि जनरल सेक्रेट्री रेंक का कोई माओवादी न्यूट्रिलाइज किया गया है. यह बहुत बड़ी सफलता है. इससे निश्चित रूप से नक्सलवाद को एक बहुत बड़ा झटका लगा है. नक्सलवाद की कमर टूटी है. इसके लिए सभी सुरक्षा बल के जवानों को मैं प्रणाम करता हूं. मुझे उन पर गर्व है.
ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट: कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर भी नक्सल ऑपरेशन में हमारे सुरक्षा बल के जवानों ने बड़ी सफलता हासिल की. मैंने खुद जवानों से मुलाकात की थी. 21 दिन तक के ऑपरेशन को लेकर जवानों से चर्चा की थी. हमारे जवान बड़ी मुस्तैदी से नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई लड रहे हैं. डबल इंजन की सरकार की वजह से इस मोर्चे पर फायदा मिल रहा है. सुरक्षा बल के जवानों का मनोबल ऊंचा है.