छत्तीसगढ़ राज्य गो सेवा आयोग के संरक्षक महात्यागी संत श्री राम बालक दास जी दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को दिल्ली रवाना हुए,दिल्ली पहुचने के बाद श्री राम बालक दासजगतगुरु शंकराचार्य अवि मुक्तेश्वरानंद के चातुर्मास कार्यक्रम में शामिल होने उनके आश्रम पहुचकर,श्री शंकराचार्य से विशेष चर्चा की,वहां से वे दिल्ली सफदरगंज में आयोजित गौ सेवक सम्मान कार्यक्रम में शामिल हुए,यहाँ उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एनी कई राज्यों की तरह छत्तीसगढ़ में में भी गायों की स्थिति ठीक नहीं है
जिसकी वजह से आए दिन सड़कों पर गायों की अकाल मृत्यु हो रही है,उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ में गौशाला संचालक समितियां अनुदान की कमी के कारण संकट में है,ऐसे समय में शासन को एक व्यापक गौ सेवा आयोग का गठन करना चाहिए ,इसके पहले छत्तीसगढ़ के गौसेवी संतों एवं गौशाला समिति संचालकों के साथ बैठकर सरकार में बैठे संबधित अधिकारियो एव मंत्री को आमने सामने बैठकर इस बात पर विचार करना चाहिए,
संत श्री राम बालक दास ने कहा कि1997 से वे लगातार छत्तीसगढ़ में गौ रक्षा के लिए कार्य कर रहे हैं,तब छत्तीसगढ़ में मात्र 20 गौशालाएं संचालित थी,15 वर्षों में गौशालाएओ की संख्या150 हो गई है,बावजूद गायों की हालत छत्तीसगढ़ में बद से बदतर है, रोज सडको पर गायों को वहां कुचल रहे है, मुख्यमंत्री श्री की सरकार को बने 9 महीने से भी अधिक हो चुके हैं,लेकिन गायों के सुरक्षा एवं संवर्धन के लिए ठोस कदम नही उठाया गया है ,
संत बालक दास ने गायों के सुरक्षा एवं संवर्धन के लिए ठोस कदम उठाने की मांग छत्तीसगढ़ के मख्य मंत्री और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से की है.इसके लिए संत श्री ने चिंता व्यक्त करते हुए दूरभाष पर मुख्यमंत्री श्री साय से चर्चा कर छत्तीसगढ़ में गो अभ्यारण्य एवं गौ सेवा आयोग को प्रारंभ करने की मांग की है ,