रायपुर: देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दिया. उन्होंने अपने इस्तीफे की वजह स्वास्थ्य कारणों को बताई. अब देश का नया उपराष्ट्रपति कौन होगा इसका फैसला उपराष्ट्रपति के चुनाव से होगा. इस बीच छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर उपराष्ट्रपति पद के लिए छत्तीसगढ़ के एक नेता का नाम सुझाया है.
रमेश बैस को उपराष्ट्रपति बनाए जाने की मांग: पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ से भाजपा के नेता को उपराष्ट्रपति बनाए जाने की मांग की है. इतना ही नहीं उन्होंने इस पत्र में उपराष्ट्रपति किसे बनाया जा सकता है. उनका नाम भी सुझाया है, वह नाम रमेश बैस है. रमेश बैस सांसद और राज्यपाल रह चुके हैं.वे भाजपा के काफी वरिष्ठ नेता हैं और यही वजह है कि दीपक बैज ने उन्हें उपराष्ट्रपति बनाए जाने की मांग की है, और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है.
“केंद्र में छत्तीसगढ़ की हुई है उपेक्षा“: दीपक बैज ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि आम चुनाव वर्ष 2000 से अब तक छत्तीसगढ़ ने 11 लोकसभा क्षेत्र में से औसतन 10 सीटें जिताकर भारतीय जनता पार्टी को संसद सदस्य के रूप में देने का काम किया है.सन 2014 में केंद्र में आपकी सरकार जब बनी उस वक्त छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा में से भाजपा ने 10 सीटें जीती.
इसी प्रकार 2019 में 9 सीटें तथा वर्ष 2024 के आम चुनाव में 10 सीटें भारतीय जनता पार्टी को जीताकर सांसद के रूप में प्रदेश की जनता ने भेजा है. किन्तु हम सभी के लिए पीड़ा का विषय है कि तीनों कार्यकाल में छत्तीसगढ़ को केवल राज्यमंत्री का प्रतिनिधत्व मिला.
मौजूदा दौर में छत्तीसगढ़ भाजपा में कई ऐसे नेता मौजूद हैं जो देश के उप राष्ट्रपति के पद को सुशोभित करने में सक्षम हैं. जिसमें पूर्व राज्यपाल रमेश बैस जैसे महत्वपूर्ण नेता शामिल है जो कि 7 बार के सांसद एवं झारखंड, त्रिपुरा, महाराष्ट्र जैसे राज्यों के राज्यपाल के रूप में सेवा दे चुके हैं. इसके अलावा छत्तीसगढ़ बीजेपी से कई और नेता हैं. जिन्हें अवसर देने का निवेदन करता हूं- दीपक बैज, पीसीसी चीफ
छत्तीसगढ़ के 10 सांसदों को कोई प्रतिनिधित्व नहीं मिला: दीपक बैज ने आगे पत्र में लिखा है कि वर्तमान छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के 10 सांसदों को कोई महत्वपूर्ण प्रतिनिधित्व नहीं मिला है.वहीं वरीयता के आधार पर मैं समस्त छत्तीसगढ़वासियों की ओर से उप राष्ट्रपति के पद हेतु छत्तीसगढ़ को प्राथमिकता देने की मांग करता हूं.