अजय चंद्राकर ने कवासी लखमा को I LOVE U कहा तो सदन में जमकर ठहाके लगे।
विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन प्रश्नकाल के दौरान खाद्यान्न योजना में गड़बड़ी के आरोप में सदन में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। सत्ता पक्ष के जवाब से असंतुष्ट सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।विपक्ष के आरोपों के बाद खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने जवाब में कहा 2022-23 में स्टॉक के सत्यापन के बाद अनियमितता पाए जाने पर दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था।
भगत के मुताबिक हाईकोर्ट में 34 याचिकाएं दायर हुईं। हाईकोर्ट के निर्णय के बाद ही स्टॉक वितरण में अनियमितता की सही मात्रा और दोषी व्यक्तियों की अंतिम संख्या का निर्धारण होगा। मंत्री बोले- डॉक्टर रमन सिंह ने केंद्र को दो चिट्ठी लिखी थी। केंद्र की टीम आई थी। केंद्र की टीम ने कही कोई गड़बड़ी नहीं पाई।
सदन की कार्यवाही की शुरुआत में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने आबकारी मंत्री कवासी लखमा को I LOVE U कहा तो सदन में जमकर ठहाके लगे। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि चंद्राकर ने लखमा को I LOVE U कहा या उनके विभाग को। CM भूपेश पहुंचे तो अध्यक्ष ने इसका जिक्र किया। इस पर चंद्राकर ने मुख्यमंत्री को भी I LOVE U कहा, बीच में भाजपा विधायक पुन्नूलाल मोहले ने अध्यक्ष से पूछा मैं यह जानना चाहता हूं I LOVE YOU किसे कहा जाता है।
मुख्यमंत्री ने खड़े होकर कहा- अजय जी कल मेरे चेहरे की तारीफ कर रहे थे। आज लखमा को I LOVE YOU बोल रहे हैं। अजय जी क्या बदल गए हैं। इस पर कांग्रेस के विधायक अरुण वोरा ने कहा कि अजय चंद्राकर की I LOVE U बोलने की उम्र नहीं है। अगर वे इस उम्र में I LOVE U बोलेंगे तो हम क्या करेंगे। इस पर अजय चंद्राकर ने कहा कि आपके दिमाग में अश्लीलता भरी है। इस पर अरुण वोरा ने आपत्ति जताई।
इस चर्चा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने अजय चंद्राकर से कहा कि आज आप संतुष्ट नजर आ रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के आने पर उत्तेजित हो गए। इस पर चंद्राकर ने कहा I LOVE YOU हम किसी को भी बोल सकते हैं। इस पर सदन में ठहाके लगे।
प्रश्नकाल में क्या हुआ? किसने क्या कहा पढ़िए
भाजपा के सदस्यों ने खाद्यान योजना में गड़बड़ी के मसले पर सदन में जोरदार हंगामा हुआ। पक्ष-विपक्ष में तीखी नोक-झोंक हुई। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने किया वॉकआउट कर दिया। पूर्व सीएम रमन सिंह की गैर मौजूदगी में भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने प्रश्नकाल के दौरान खाद्यान योजना में गड़बड़ी और राशन दुकानों पर कार्रवाई का मामला उठाया।
नारायण चंदेल का सवाल
पांच हज़ार करोड़ का यह घोटाला है। अनियमितता पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
अमरजीत भगत का जवाब
जांच करने आई केंद्र की टीम ने भी माना की गड़बड़ी नहीं हुई है। इनकी मानसिकता सही नहीं है।
बृजमोहन अग्रवाल का सवाल
राजधानी की स्थिति बेहद ख़राब है। रायपुर गड्ढों का शहर हो गया है। सड़कों की स्थिति जर्जर हो गई है। गड्ढों में लोग बेशरम के पेड़ लगा रहे हैं। रायपुर नगर निगम में मुग़लिया शासन चल रहा है। भ्रष्टाचार हो रहा है। तेलीबांधा से वीआईपी रोड तक सौदर्यीकरण का काम बग़ैर टेंडर करा दिया गया।
शिव डहरिया का जवाब
नेशनल हाईवे की सड़क थी। एनओसी नहीं मिलने पर हमने टेंडर निरस्त कर दिया था।