कवर्धा: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्षगांठ के अवसर पर “संघ युग प्रवर्तक” शीर्षक से आयोजित नाट्य आविष्कार कार्यक्रमों की श्रृंखला की शुरुआत शुक्रवार को कवर्धा से हुई. इस कार्यक्रम का आयोजन पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में किया गया, जिसमें प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
संघ शताब्दी वर्ष पर कार्यक्रम: कार्यक्रम के दौरान आरएसएस के प्रांत प्रमुख, विभिन्न जिलों के पदाधिकारी, शिक्षाविद्, सामाजिक संगठन के सदस्य और बड़ी संख्या में स्वयंसेवक शामिल हुए. मंच पर संघ के संस्थापक डॉ. केशव बलराम हेडगेवार के जीवन, संघर्ष और संघ की स्थापना के उद्देश्य को नाट्य रूपांतरण के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. कलाकारों ने मंच पर डॉ. हेडगेवार के विचारों, राष्ट्रप्रेम और संगठन निर्माण की यात्रा को जीवंत कर दिया, जिसे उपस्थित दर्शकों ने भावनात्मक रूप से अनुभव किया.
संघ राष्ट्र निर्माण की भावना का प्रतीक”:इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की भावना का प्रतीक है. उन्होंने कहा, “जो भारत को माता मानता है, इसी भूमि को अपनी माता मानता है, भारत माता की जय कहता है, और धरती माता को प्रणाम करता है, वहीं सच्चा हिंदू है.”
शर्मा ने आगे कहा कि जिस दौर में भारतीय समाज को उसकी सांस्कृतिक पहचान से दूर करने की कोशिश की जा रही थी, उसी समय संघ का उदय हुआ, जिसने भारत की राष्ट्र चेतना को पुनर्जीवित किया.
उन्होंने बताया कि संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर यह नाट्य आविष्कार कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के सात जिलों कवर्धा, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा, अंबिकापुर और जगदलपुर में आयोजित किए जाएंगे. इस श्रृंखला का समापन 15 नवंबर को जगदलपुर में भव्य कार्यक्रम के साथ किया जाएगा.

