छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहा एक स्कूल में शिक्षिका ने 7 वीं के छात्र ऐसी पिटाई कर दी जिससे कान के परदे फट गए.बच्चे की गलती इतनी थी कि शिक्षिका के बोलने के बाद उसने कॉपी को बैग से निकालने में देरी कर दी. जिससे शिक्षिका गुस्से माँ गई और नन्हे छात्र के गल पर एक-एक कर जोरदार 4 थप्पड़ रशीद कर दी ,जिससे उसके कान का पर्दा फट गया. बच्चे का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
ये चौंकाने वाली घटना राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ के खालसा पब्लिक स्कूल का है.. यहां एक स्कूल टीचर ने एक छात्र के गाल पर इतनी जोर से थप्पड़ मारा कि उसके दोनों कान का पर्दा फट गया. बताया जा रहा है कि टीचर ने सातवीं के छात्र को मामूली बात पर थप्पड़ मारे. जब छात्र घर पहुंचा तो उसने अपने पिता से कहा कि उसे सुनने में दिक्कत हो रही है. जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टर ने बताया कि गाल पर जोरदार थप्पड़ लगने की वजह से ऐसा हुआ है..इस घटना के बाद परिवार काफी गुस्से में है
बताया जाता है हमेशा की तरह कक्षा 7 वीं का छात्र सार्थक सहारे (13) स्कूल गया था। इस दौरान सामाजिक विज्ञान की टीचर प्रियंका सिंह क्लास लेने के लिए आई.. टीचर ने छात्र सार्थक को किताब निकालने के लिए कहा, लेकिन उसे किताब निकालने में थोड़ी देरी हो गई.. छात्र ने टीचर से दोबारा पूछा कि मैम आपने क्या कहा है, मैं सुन नहीं पाया हूं..। इससे टीचर गुस्से से तमतमा उठीं और 3-4 थप्पड़ मार दिए.सार्थक की मां संतोषी सहारे ने बताया कि उनका बेटा स्कूल से घर लौटते ही बोला कि मम्मी, मुझे अब सुनाई नहीं दे रहा। घबराए परिजन तत्काल उसे डोंगरगढ़ के सरकारी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर्स ने प्रारंभिक जांच में बताया कि छात्र के कान में अंदरूनी चोट आई है।
इसके बाद डॉक्टर्स ने सार्थक को राजनांदगांव जिला अस्पताल, फिर रायपुर के निजी अस्पताल में रेफर किया। रायपुर के निजी अस्पताल के मुताबिक, चोट गहरी है। इलाज लंबा चल सकता है। अभी भी छात्र को सुनने में तकलीफ है।
बताया जाता ही की टीचर प्रियंका सिंह पहले भी कई छात्रों के साथ ऐसा व्यवहार कर चुकी हैं, लेकिन बच्चे डर की वजह से चुप रहते हैं। श्वेता के अनुसार टीचर बच्चों से चीखकर बात करती हैं और मारने में संकोच नहीं करतीं।
छात्र के पिता सुधाकर सहारे ने बताया कि स्कूल प्रबंधन से कार्रवाई की मांग की, तो प्रबंधन ने सिर्फ सो-कॉज नोटिस जारी कर पल्ला झाड़ लिया। ना तो स्कूल की तरफ से माफी मांगी गई, ना ही बच्चे के इलाज का खर्च उठाने की बात की गई। परिजनों ने BEO से शिकायत की।छात्र की मां संतोषी सहारे ने कहा कि हम बस चाहते हैं कि हमारे बच्चे को न्याय मिले। स्कूल टीचर को सस्पेंड किया जाए। बच्चे के इलाज का खर्च स्कूल उठाए। यह कोई मामूली सजा नहीं थी, बल्कि हमारे बच्चे की जिंदगी पर हमला है।
स्कूल प्रबंधन के अध्यक्ष अदनान सिंह अरोरा ने बताया कि हर मीटिंग में टीचर्स हो हिदायत दी जाती है कि बच्चों पर हाथ नहीं उठाया जाए। इस मामले में भी अगर टीचर ने गलती की है तो निश्चित ही उसे दंड दिया जाएगा।डोंगरगढ़ बीईओ वीरेंद्र कौर गरछा ने बताया कि शिकायत को गंभीरता से लिया गया है। हमने एक जांच कमेटी गठित कर दी है, जो 48 घंटे में रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दूसरा मामला रायगढ़ के बेलादुला स्थित आनंदामार्ग प्रायमरी इंग्लिश मीडियम स्कूल का है। नर्सरी कक्षा के 3 साल के बच्चे को शिक्षक ने जमकर पीटा है। छात्र के पीठ पर मारपीट के निशान हैं। परिजनों चक्रधर थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार, आईटीआई क्षेत्र निवासी बसंत कुमार ने अपने बेटे का एडमिशन बेलादुला स्थित आनंदमार्ग प्राइमरी इंग्लिश मीडियम स्कूल में नर्सरी क्लास में कराया था। सोमवार सुबह वे बच्चे को स्कूल छोड़कर गए थे।
जब छुट्टी के बाद दोपहर करीब 11:45 बजे बच्चे को घर ले आए, तो परिवार ने उसके यूनिफॉर्म उतारते समय पीठ पर पिटाई के गहरे निशान देखे। बच्चे से पूछने पर उसने बताया कि उसे टीचर ने मारा है। इसके बाद पिता बसंत कुमार तुरंत स्कूल पहुंचे। नर्सरी के टीचर आकाश सेठ से सवाल किया।
टीचर ने बताया कि बच्चा सीढ़ी पर चढ़ रहा था और फिसलन होने के कारण उसे मना करते हुए बस एक थप्पड़ मारा है। इसके बाद टीचर और बच्चे के पिता बसंत कुमार के बीच बहस शुरू हो गई। बसंत कुमार सीधे चक्रधर नगर थाने पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराई।
DSP सुशांतो बनर्जी ने बताया कि बच्चे के परिजन थाना आए थे। परिजनों ने मारपीट की शिकायत की है। शिकायत के बाद चक्रधर पुलिस ने शिक्षक को हिरासत में ले लिया है। शिक्षक से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई जाएगी। बियरो रिपोर्ट VCN टाइम्स