तिल्दा नेवरा-तिल्दा ब्लॉक के ग्राम निनवा में 55 साल के एक अधेड़ ने कथित तौर पर अपने कुलदेवी को खुश करने के लिए स्वयं की बलि चढ़ाने के लिए अपने गर्दन में कैची घोपकर कुलदेवी की फोटो के सामने लेट गया। उसके बाद वह देवी के सामने तड़पता रहा इस घटना के समय घर में कोई सदस्य नहीं था. काम से जब उसकी पत्नी घर लौटी तो अंदर से दरवाजा बंद था और पति के कराहने की आवाज को सुनकर उन्होंने दुर्गा पंडाल के पास खड़े लोगों को बुलाया और दरवाजा को तोड़ घर अंदरप्रवेश किया लेकिन अंदर का नजारा देखा तो पत्नी के मुंह से जोरदार चीख निकल गई. देवी के सामने उल्टा लेटा वह तड़प रहा था, जब लोगो ने उसे उठाकर सीधा किया उसकी सास चल रही थी हाथ में कैची थी.. और गला कटा हुआ था. उसे अस्पताल ले जाने के लिए 112 को कॉल किया गया. एंबुलेंस आने के बाद जैसे ही उसे चढ़ाया गया उसकी सांसे थम गई …उसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई.. जानकारी के बाद सिलियरी चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और लाश का पंचनामा कर तत्काल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है .
मिली जानकारी के अनुसार 55 वर्षीय भुनेश्वर यादव पत्नी और दो बेटे बहू के साथ रहता था। शनिवार को सुबह भुनेश्वर के दोनों बेटे राजमिस्त्री और दोनों बहू और पत्नी काम पर गई हुई थी. वह घर में अकेला था , बताया जाता है कि भुवनेश्वर ने 2 साल पहले घर ज्योत के साथ जवारा बोया था अपने कुलदेवी को खुश करने के लिए बकरे की बलि चढ़ाई थी.. उसके बाद वह लोगों से कहता था कि देवी अभी और बाली मांग रही है. गांव में इस बात की चर्चा है की देवी को खुश करने के लिए भुवनेश्वर ने अपनी बलि दे दी है।
बताया जाता है कि कुछ दिनों से वह मानसिक रूप से प्रेषण था, घटना के कुछ देर पहले भुवनेश्वर एक दुकान से कुछ सामान खरीद कर लाया था, उसके बाद वह घर गया और दरवाजा बंद कर पहले देवी के सामने स्थान को पानी से लिपाई कर साफ कर दिया. उसके बाद उन्होंने बीड़ी बनाने के लिए रखी कैची को गले में घो प दिया और कुलदेवी के सामने मुंह के बल लेट गया, उसके बाद उसी जगह पर वह तड़पता रहा,जिससे उसके शरीर का खून पूरे कमरे में फैल गया जब वह दर्द को सह नहीं पाया तो वह कराहने लगा.
कुछ देर बाद उसकी पत्नी घर आई तो घर के अंदर पति की अजीब सी आवाज सुनकर उन्होंने आसपास के लोगों को चिल्लाकर बुलाया, गाव के सुधीर नायक गाव के अन्य लोग दरवाजा तोड़कर घर के अंदर प्रवेश किया। लोगों ने बताया कि जब घर के अंदर गए तो उसके हाथ के उंगलियों में कैंची फसी हुई थी,और वह देवता के सामने सर रखा लेता था,सीधा करने पर वहदेवता की तरफ देख पत्नी को कुछ बताना चाहरहा था लेकिन मुह से आवाज नही निकल रही थी. उसी से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसने कैची से अपनी गर्दन को कट दिया .ऐसे भी घर का दरवाजा अंदर से बंद था इसीलिए गाव में अंधविश्वास के चलते बलि चढ़ाए जाने की बात लोग कह रहे हैं, फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस अगली कार्रवाई करेगी. इस घटना के बाद लोग काफी दहशत में है