तिल्दा नेवरा बारिश के मौसम में आई फ्लू तेजी से फैल रहा है। शहर सहित आसपास के गावों में में आंख के संक्रमण से लोग परेशान है। तिल्दा शहर कि बात करें तो यहां अस्पताल पहुंचने वाला हर छटवा मरीज कंजक्टिवाइटिस की समस्या लेकर अस्पताल पहुंच रहा है। खासकर बच्चों में यह बीमारी तेजी से फैल रही है। सरकारी अस्पताल से ज्यादा मरीज प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करने आ रहे हैं।
तिल्दा स्वास्थ्य विभाग प्रभावित गावों में शिविर लगाकर जांच कर रहा है।दो दिन पहले खुडमुड़ी में शिविर लगाया गया था। जिसमें दो घंटे के भीतर ही कंजक्टिवाइटिस के 40से अधिक मरीज पहुंच गए थे। इसमें बच्चों से लेकर, गर्भवती महिलाएं, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल थे। शिविर में मरीज आखों में अधिक लालिमा और दर्द की समस्या को लेकर पहुंचे थे।
शहर समेत आसपास के गावों में दो दिनों में आई फ्लू के 200 से ज्यादा मरीज मिल चुके है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों में अलर्ट जारी किया है। शहर में रोजाना 40 से 50 केस सामने आ रहे हैं। बढ़ते मामलों को देखते हुए BMO ने प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे करने के साथ ही मरीजों में आई ड्रॉप का वितरण करने के लिए कहा है। वहीं इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतने और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया जा रहा है। इधर, स्कूली बच्चों में संक्रमण न फैले इसके लिए प्राइवेट स्कूल प्रबंधन ने पीड़ित बच्चों को स्कूल नहीं भेजने की हिदायत दी है।
यह बरतें सावधानी
- आंखों में खुजली या हल्की लालिमा दिखने पर खुद से इलाज न करें। डॉक्टर को दिखाकर दवा लें।
- बीमारी परिवार में कई सदस्यों को है तो वो एक दूसरे की दवा को ही यूज कर ले रहे हैं। तो ऐसा बिल्कुल न करें। सभी लोग डॉक्टर से प्रॉपर जांच कराएं। इससे इंफेक्शन और बढ़ने का खतरा रहता है।
- कंजक्टिवाइटिस की बीमारी होने पर साफ सफाई की विशेष ध्यान रखे। आखों को थोड़ी-थोड़ी देर में साफ पानी से धोते रहें। साफ कपड़े का इस्तेमाल करें। गंदे हांथ से आंखों को न छुएं।
- कंजक्टिवाइटिस होने पर एक दूसरे थे दूरी बनाकर रखें। साथ ही आखों में काला चश्मा लगाकर रखें।
क्या है कंजक्टिवाइटिस
कंजक्टिवाइटिस आंखों में होने वाली बीमारी है। भीड़-भाड़ वाले इलाके में यह बीमारी तेजी से फैलती है। इसलिए कंजक्टिवाइटिस का संक्रमण होने पर लोगों को सतर्क रहने की जरुरत है। कंजक्टिवाइटिस का संक्रमण होने पर आंखों में जलन, खुजली, कीचड़ आना जैसे लक्ष्ण दिखाई देता हैं। ऐसे लक्षण दिखाई देने पर तत्काल चिकित्सकों की सलाह लेनी चाहिए।

