रायपुर के सूदखोर वीरेंद्र और रोहित तोमर मामले में एक नया खुलासा हुआ है।आरोप है की तोमर भाई हनी ट्रैप गैंग भी ऑपरेट करते थे। पहले कारोबारियों की रेकी करवाते, फिर इस गैंग के सदस्य कारोबारियों से दोस्ती करते थे। इन्हें नशे की लत लगवाते और होटलों और पब में ले-जाकर अश्लील वीडियो बनवाते और फिर हनी ट्रैप में फंसाते थे।यहीं से शुरू होता था इनका ब्लैकमेलिंग, सूदखोरी और वसूली का काला धंधा। हनी ट्रैप का शिकार हुए एक कारोबारी ने मामले का खुलासा किया है।
सूदखोर वीरेंद्र और रोहित तोमर बंधुओं की मुसीबते बढती जा रही है..दरअसल तोमर भाइयो पर रायपुर के एक सराफा कारोबारी ने आरोप लगाया है की दोनों भाई ब्लैकमेलिंग, सूदखोरी और वसूली के काला धंधा करने के साथ हनी ट्रैप गैंग भी चलते थे ..हनी ट्रैप का शिकार इस पूरे मामले में अब तक का सबसे बड़ा खुलासा करने वाला कारोबारी ही हुआ था ।
इस शख्स ने वीरेंद्र-रोहित और उसके गुर्गों से माता-पिता, बीवी, भाई को बचाने अपना सब कुछ गंवा डाला।पीढित कारोबारी ने तोमर बंधुओं से 10 प्रतिशत ब्याज पर 5 लाख लोन लिया था . लेकिन रूपए देते समय उन्होंने सीधे 1.75 लाख रुपए (25%) काटकर 3.25 लाख थमा दिए, बोले- 100 दिन में 5 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से लौटाना है। उन्होंने ब्लैंक चेक, ब्लैंक स्टाम्प पेपर, ब्लैंक हुंडी पर कई साइन लिए। पहले इस कारोबारी से 5000 रुपए रोजाना वसूली शुरू हुई, जो 2 लाख रुपए प्रति दिन तक जा पहुंची।
उन्होंने बताया मैंने अपनी दुकान से चोरी की। मां, भाभी, पत्नी के गहने चुराए। मेरी दुकान का स्टॉक खाली हो गया। 6 किलो सोना भी उसे दे दिया। सारा लेन-देन कैश में होता था। जब सब तरफ से तबाह हो गया तो परिवार में बताया। उन्होंने कहा आज मुझे दूसरे की दुकान में नौकरी करनी पड़ रही है। कोतवाली थाने में एफआईआर करवाई है ।कारोबारी का दावा है मै हनी ट्रेप का अकेला शिकार नही हु कई पीड़ित हैं लेकिन वे सिर्फ 2 वजह से पुलिस के सामने नहीं आ रहे। पहला- बदनामी। दूसरा- वीरेंद्र-रोहित छूटे तो उनसे जान का खतरा।
बताया जाता है की हनी ट्रेप गेग में बाउंसर सहित कई लोग है जो कम करते है और तोमर ब्रदर्स के जाल में फंसाकर कर्ज के रूप में लोंन दिलाते है फिर पब तो कभी फ्लैट और होटल ले जाते है । वहां नशे में लड़कियों के साथ अश्लील वीडियो बनाते फिर वीडियो दिखाकर ब्लेक मेल शुरू करते है .
पुलिस, राजस्व के अनुमान के मुताबिक तोमर बंधुओ की सभी जमीनों की कीमत 20 करोड़ रुपए से अधिक है। उसने जिस समय खरीदी की, वो कलेक्टर गाइड-लाइन से कम दर पर की। उसमें भी गड़बड़ी की। इतना ही नहीं, पुलिस यह भी पता लगा रही है कि उसने, परिवार के अलावा भी किन्हीं अन्य के नाम पर तो जमीनें नहीं खरीदीं।
एडिशनल एसपी लखन पटले ने कहा कि तोमर ब्रदर्स के खिलाफ लगातार शिकायतें आ रही हैं। कारोबारी सामने आ रहे हैं। बीते दिनों देवेंद्र नगर में एक कारोबारी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज हुई है। शिकायतें आएंगी तो पुलिस वैधानिक कार्रवाई करेगी। आपको बता दे वीरेंद्र तोमर अभी रायपुरसेंट्रल जेल में बंद है जबकि पिछले 5 महीनों से रोहित तोमर अब भी फरार दोनों भाइयो के खिलाफ अभी थानों में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंच रहे है ,,

