आयुष कोटवानी तिल्दा
शहर में आवारा सांडों का आतंक:वाहन चालक-दुकानदार और राहगीर परेशान,
इन दिनों आवारा जानवरों का आतंक इतना ज्यादा बढ़ गया है कि दुकानदार और सड़क पर चलने वाले राहगीर जब इन्हें देखते हैं तो थरथराने लगते हैं.यदि किसी के हाथ में सब्जी यां समान से भरा झोला होता है तो उन पर ये आवारा सांड झपट पड़ते है,इतना ही नहीं सांड दुकानों में घुसकर अंदर रखे सामानों आटा मैदे आलू से भरे बोरो को उठा लेता है रोकने पर वह समान को पटक देता है और बोरे के अंदर भारा समान सड़क पर तितर बीतर होकर मिट्टी में फैल जाता है|कभी-कभी उठाई गिरी को लेकर ये आवारा सांड इस कदर बीच सड़क पर लड़ते हैं कि राहगीर भागने में ही अपनी भलाई समझते है ,कई बार इनकी चपेट में आकर लोग चोटिल हो जाते है. लेकिन जिम्मेदार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.
मौके की फिराक में खड़ा सांड दारा सिंग
इस सांड को लोग दारा सिंग के नाम से जानते है, ये साड जिस घर के सामने खड़ा है उसके अंदर बने गोदाम में सामान रखा हुआ है, दुकान मालिक राजेश मंगलानी ने बताया जब वह सामान निकालने आता है तो ताक में बैठा यह सांड अंदर घुस आता है, और बलपूर्वक सामान से भरे बोरे को उठाकर बाहर ले आता है. दुकानदार ने देख लिया और रोकने की कोशिश की तो उसे पर शामत आ जाती है.याने कि सांड हमला करने कि कोशिश करता है इसीलिए वह पीछे हट जाता है..
सिर परउठा लिया ठेला
ये दूसरा सांड है इसका नाम है बाहुबली.. यह सांड इतना खतरनाक है कि लोग इसको देख कर कापने लगते हैं, यह सांड आर एस आटो से लेकर सब्जी के बीच सड़क घूमता रहता है,और लोगों के हाथों में रखे सामन से भरे थैले पर झपट मारता है,लोग बचने के लिए समान से भरे झोले कोछोड़ अथवा फेंक देते हैं, 2 दिन पहले बाहुबली ने समान से भरे झोले को ले जा रहे एक व्यक्ति पर झटका मार दिया,लेकिन उस व्यक्ति ने किसी तरह अपने आप को बचा लिया लेकिन सांड का सिर सड़क किनारे रखे ठेले के नीचे चला गया और उसका सिंग ठेले के बीच फस गया; उसके बाद उन्होंने ठेले को ही सर पर उठा लिया और देखते ही देखते लोगों के बीच भगदड़ मच गई|लोगों ने बताया कि कभी-कभी सड़क के बीच सांडों की जोरदार भिडंत हो जाती है उसके बाद सड़क पर अपरा तफरी मच जाती है..।कई बार ऐसे समय में चोटिल हो जाते है |किराना व्यवसायी कैलाश पंजवानी ने कहा कि आवारा पशुओं से न केवल दुकानदार बल्कि सभी लोग परेशान है।