कोरबा -छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक महिला की मौत के बाद शव को कचरा ढोने वाली गाड़ी में रखकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले ASI को निलंबित कर दिया गया है। इसका वीडियो भी सामने आया है।यह घटना बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार शाम को सोमवारी बाजार के पास एक कॉलोनी में एक महिला की अधजली लाश मिली थी। सूचना मिलने पर पुलिस, फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंची।

पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि महिला का नाम गीता विश्वास (उम्र 65 वर्ष) है और वो एसईसीएल कॉलोनी के घर में अकेली रहती थी। उसका एक बेटा है, जिसे उसके पति अहिन्दर विश्वास की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति के तहत नौकरी मिल गई है।पुलिस की शुरुआती जांच में यह माना जा रहा है कि महिला ने आत्महत्या की कोशिश की थी, लेकिन असली कारण पोस्टमॉर्टम के बाद ही पता चलेगा।
वहीं, जब शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाना था जब पुलिस के पास डेड बॉडी को ले जाने के लिए एम्बुलेंस या शव वाहन नहीं था। तब पुलिस ने बांकीमोंगरा नगर पालिका की कचरा गाड़ी को बुलाकर उसमें शव को लपेटकर अस्पताल भेजा।
घटना का वीडियो वायरल
यह देख लोग हैरान रह गए। वहीं इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि नगर पालिका के कर्मचारी महिला के शव को प्लास्टिक में लपेटकर उसे कचरा गाड़ी में रख रहे हैं।
वीडियो वायरल होने के बाद कोरबा के एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने घटना में लापरवाही करने वाले ASI को सस्पेंड कर दिया है। घटना में अन्य दोषियों की पहचान के लिए जांच जारी है।

