रायपुर भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई के बाद पूरे देश में शौर्य और राष्ट्रभक्ति की लहर है। राजधानी रायपुर में कांग्रेस ने पराक्रम और शौर्य के सम्मान तथा देश के सशस्त्र बलों के मनोबल के बढ़ाने आज तिरंगा यात्रा निकाली।कालीबाड़ी में इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर कार्यकर्ताओं ने यात्रा की शुरुआत की।

पीसीसी चीफ दीपक बैज, के नेत्रत्व में तिरंगा यात्रा इंदिरा गांधी चौक (कालीबाड़ी) से शुरू होकर. कोतवाली चौक, मालवीय रोड होते हुए जयस्तंभ चौक पहुंची ।इस यात्रा में नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत समेत कई कार्यकर्ता शामिल हुए है।कांग्रेस ने तिरंगा यात्रा को सफल बनाने शामिल होने सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और आम नागरिकों से अपील की थी ..तिरंगा यात्रा को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखा गया ।‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद देशभर में राष्ट्रवाद की भावना और तेज हुई है। कांग्रेस का कहना है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तिरंगा यात्रा इसी जज्बे की अभिव्यक्ति है। कांग्रेस इसे सिर्फ एक राजनीतिक गतिविधि नहीं, बल्कि सेना के पराक्रम को सलाम करने का प्रतीक मान रही है बैज ने कहा कि ये यात्रा आतंकवाद के खिलाफ है। तिरंगा देश की शान है। ये यात्रा हमने इसलिए निकाली है ताकि हमारी सेना का मनोबल बढ़े।
पाकिस्तान के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई के बाद ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सभी संत समाज देश के साथ है। सभी संत सेना के विजय के लिए धार्मिक अनुष्ठान करेंगे, अगले दो महीनों तक के सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए है। यह समय देश के साथ एकजुट होकर खड़े होने का है। देश का पराक्रम शत्रुओं का नाश करेगा।
शंकराचार्य स्वामीने कहा प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री और गृहमंत्री के साथ साथ भारतीय सेना के कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि वे भारत की विजय के लिए धार्मिक अनुष्ठान भी सम्पन्न कराएंगे। वे स्वयं को युद्ध के लिए और सैन्य शिविर में सेवा कार्यों के लिए भी प्रस्तुत करते हैं।
शंकराचार्य जी ने कहा यह सैन्य कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 भारतीय पर्यटकों की मौत हुई थी। इसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-ऑक्युपाइड कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया। इस ऑपरेशन में कई आतंकी कैंप तबाह कर दिए गए, जिसे भारत ने दुश्मनों को सीधी चेतावनी के रूप में देखा।