छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में PWD की सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल चल रही थी। एग्जाम सेंटर के बाहर से एक युवती अपनी बहन को वायरलेस डिवाइस की मदद से आंसर बता रही थी, जिसे NSUI नेताओं ने रंगे हाथों पकड़ा है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक रविवार को रामदुलारे शासकीय स्वामी आत्मानंद स्कूल में एग्जाम सेंटर के अंदर एक अभ्यर्थी एग्जाम दे रही थी। वह अपने अंडरगार्मेंट्स में स्पाई कैमरा छिपाकर ले गई थी। प्रश्न पत्र को स्कैन कर अपनी बहन को भेज रही थी। वहीं बाहर बैठी बहन वॉकी-टॉकी की मदद से उत्तर बता रही थी। मामले का भंडाफोड़ होने के बाद नकल का प्रकरण बनाकर युवतियों के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है

इस केस पर कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में युवाओं के अधिकारों का हनन हो रहा है। चीट माफिया को संरक्षण दिया जा रहा है, जो बिल्कुल गलत है। इस मुद्दे को विधानसभा में मजबूती से उठाएंगे। सरकार के संरक्षण के बिना संभव नहीं है।
दरअसल, PWD में असिस्टेंट इंजीनियर के 113 पदों के लिए रविवार को व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) की ओर से भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी। सरकंडा के उच्चतर माध्यमिक शाला में परीक्षा सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक चली।
इसी एग्जाम सेंटर में अभ्यर्थी अनुसूर्या परीक्षा देने आई थी। एग्जाम सेंटर में तय समय से यानी 10:00 बजे परीक्षा शुरू हुई, तभी अनुसूर्या स्पाई कैमरा को अंडरगार्मेंट्स में छिपाकर रखी थी। बाहर बैठी अनुराधा अनुसूर्या के पास रखे कैमरे से प्रश्नों को देख रही थी। गूगल में सर्च कर वॉकी-टॉकी की मदद से आंसर बता रही थी।

वहीं मामले में बिलासपुर पुलिस ने बताया कि NSUI के माध्यम से जानकारी मिली थी। दोनों लड़कियों को हिरासत में लिया गया है। स्पाई कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त की गई है। NSUI के कार्यकर्ताओं ने युवतियों और परीक्षा संचालक के खिलाफ FIR की मांग की है। मामले की जांच की जा रही है।
इधर, व्यापम के अफसरों का कहना है कि परीक्षा केन्द्र परिसर के बाहर नकल में सहायता करने के लिए मौजूद अनुराधा बाई के पास से वॉकी-टॉकी, टैबलेट, ब्लूटूथ डिवाइस और मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। यह स्पष्ट रूप से एक संगठित इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से नकल करने का प्रयास था।
प्रशासन द्वारा नियमानुसार नकल प्रकरण तैयार कर छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) को भेजा गया है। साथ ही सरकंडा थाना पुलिस को सूचित कर FIR दर्ज कराई गई है। जिसके तहत इससे संबंधित व्यक्तियों पर उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
अधिकारियों ने कहा कि व्यावसायिक परीक्षा मंडल एवं जिला प्रशासन ने इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया है। परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ऐसी घटनाओं पर “जीरो टॉलरेंस नीति” अपनाई गई है। भविष्य में भी किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि हाईटेक नकल का भंडाफोड़ एक ऑटो ड्राइवर ने किया है। ऑटो ड्राइवर को अनुराधा की एक्टिविटी पर शक हुआ। उसने देखा कि अनुराधा ऑटो में बैठकर लगातार लैपटॉप पर कुछ काम कर रही है। ईयर फोन से बातचीत भी कर रही है।
शक गहराने पर ऑटो ड्राइवर ने तुरंत अपने परिचित NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) के नेता को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही NSUI नेता विकास ठाकुर अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे।
उन्होंने अनुराधा को रोका और जांच की तो पता चला कि उसके पास लैपटॉप, टैब, माइक्रो ईयर डिवाइस, वायरलेस ट्रांसमीटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट मौजूद थे। पूछताछ में अनुराधा ने यह कबूल किया कि वह एग्जाम सेंटर के भीतर बैठी अपनी बहन को प्रश्नों के उत्तर भेज रही थी।