जबलपुर-देश और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए केंद्र और राज्यों की सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन सरकारी कर्मचारी ही शिक्षा व्यवस्था का बंटाधार करने में लगे हुए हैं। लगातार कार्रवाई के बाद भी शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है।आए दिन स्कूल के शिक्षकों और कर्मचारियों की लापरवाही का वीडियो सामने आता रहा है।
ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश की न्यायधानी कहे जाने वाले जबलपुर से सामने आया है, जहां दृष्टिबाधित शिक्षक ने शराब के नशे में तमाशा किया हैदरअसल मामला प्राथमिक शाला नेहरूनगर का है, जहां पदस्थ शिक्षक शराब के नशे में धुत होकर क्लास में ही सोते नजर आए हैं। हैरानी की बात तो ये है कि इस दौरान शिक्षक एक बच्चे का पैर पकड़े हुए नजर आ रहे हैं। वहीं, एक अन्य वीडियो में शराबी शिक्षक जमीन पर घसीटते हुए नजर आ रहे हैं। यानि वो इतनी शराब पी चुके हैं कि अपने पैरों पर खड़े भी नहीं हो पा रहे हैं।
में अब सवाल उठता है कि जिस शिक्षक के पास ही शिक्षा की कमी हो वो बच्चों को क्या शिक्षा देंगे? सवाल ये भी है कि जब खुद शिक्षक ही शराबी है तो बच्चों को कैसी शिक्षा देंगे? सवाल शिक्षा विभाग पर भी खड़ा होता है कि शराबी शिक्षक की ये पहली करतूत तो नहीं, उनकी हालत देखकर ये पता चलता है कि वो आदतन शराबी है, फिर शिक्षा विभाग ने आज तक क्यों संज्ञान नहीं लिया?

