नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र की शुरुआत आज 21 जुलाई से होने जा रही है। सत्र के पहले दिन 10.15 बजे पीएम मोदी (PM Modi) कस्टमरी बयान देंगे। दूसरी तरफ विपक्ष ने भी सरकार को घेरने की तैयारी पूरी कर ली है।
यह सत्र पूरे एक महीने यानी 21 अगस्त तक चलेगा। इसमें कुल 21 बैठकें होगी। वहीं, 12 अगस्त से 18 अगस्त के बीच कोई बैठक निर्धारित नहीं की गई है। संसद के सत्र के शुरू होने से पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (kiren rijiju) ने इस बारें में मीडिया से चर्चा की है।
उन्होंने बताया कि, सरकार महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मामलों और लंबित विधेयकों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने बताया कि संसद शुरू होने वाली है। संसद में जो भी मुद्दा उठेगा, हम उसे सुनेंगे। शनिवार को मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल के साथ मेरी बहुत अच्छी बैठक हुई। मैं अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के साथ नियमित बैठकें करता रहता हूं। एक संसदीय मंत्री होने के नाते, सभी के साथ समन्वय बनाए रखना मेरी ज़िम्मेदारी है।
केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने आगे बताया कि, इस सत्र के दौरान जिन महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा होने की संभावना है, उनमें जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) विधेयक, 2025, राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक, 2025 और मर्चेंट शिपिंग विधेयक, 2024 शामिल हैं। कुल मिलाकर, सात लंबित विधेयकों को विचार और पारित होने के लिए सूचीबद्ध किया गया है, जबकि आठ विधेयकों पर चर्चा के लिए फिर से विचार करने का प्रस्ताव है।
बात करें संसद में छाये रहने वाले प्रमुख मुद्दों की तो इस बार पहलगाम अटैक, ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर, भारतीय कूटनीति, अहमदाबाद प्लेन हादसा और बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण छाए रहेंगे। इन मुद्दों पर विपक्षी दलों की तरफ से हंगामा किये जाने की भी आशंका है।

