वो वक्त तो याद होगा जब वर्तमान जेल मंत्री(संबद्ध गृह मंत्रालय) को प्रतिशोधात्मक रूप से इसी जेल में भेजा गया था,जहां कल वे औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। यही समय चक्र है। लेकिन आम आदमी की हकीकत से जुड़े मंत्री ने उन्ही सब खामियों को दूर करने का ठान लिया है,इसलिए साधुवाद विजय शर्मा जी..आपकी कार्यशैली प्रशंसनीय है,आपका ये तेवर आगे भी बने रहना चाहिए..।
हर सरकार में विभाग का मंत्री बनाया जाता है लेकिन कितने ऐसे मंत्री होते है जो ईमानदारी से अपने विभाग के प्रति जागरूक होते है और जागरूकता का परिचय भी देते है। सामान्य रूप से जिस व्यक्ति को गृह मंत्रालय दिया जाता है उसे जेल विभाग भी मिलने की परंपरा है। आप भी गृह मंत्री बने तो जेल मंत्रालय भी आपके जिम्मे में आ गया।

