देह व्यापर का कारोबार तेजी से फलफूल रहा है। यहां आए दिन अलग अलग हिस्सों में बड़े पैमाने पर सेक्स रैकेट का पर्दाफाश हो रहा है। इसी बीच UP पुलिस एक बार फिर पॉश इलाके में चल रहे एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।मामला शाहजहांपुर के पॉश इलाके का है। दरअसल, यहां एक मकान में देह व्यापर के कारोबार चल रहा था। कोलवाली पुलिस ने बताया कि कोतवाल बृजेश सिंह ने बताया कि शुक्रवार शाम को वह टाउन हॉल क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि रूफस चरन लेन में सुमित्रा एजेंसी के पीछे स्थित एक मकान में अवैध देह व्यापार चल रहा है।
हर घंटे का 1500 रुपये लेती थी लड़कियां, पॉश इलाके में सजा था देह व्यापार का कारोबार
बिलासपुर रेल हादसे में मृत लोको पायलट विद्यासागर कुशवाहा की तीनों बेटियों की शिक्षा एवं विवाह का जिम्मा क्लीन कोल इन्टरप्राईजेस प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी ने लिया है। कम्पनी के संचालक संजय अग्रवाल ने लिखित पत्र जिला कलेक्टर एवं डीआरएम रेल्वे बिलासपुर को सौंपा है।कम्पनी ने हादसे में मृत लोगों के बच्चों की संपूर्ण शिक्षा में सहयोग करने का भी वचन दिया है।बता दे की छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मंगलवार को भीषण रेल हादसा हुआ था। हादसे में लोको पायलट समेत 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई यात्री घायल हैं। हादसा इतना भीषण था कि पैसेंजर ट्रेन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गई थी।
कोल कम्पनी ने लिया लोको पायलट की बेटियों की शिक्षा और विवाह का जिम्मा
मरवाही थाना क्षेत्र के एक गांव में 2 नवंबर 2025 को 10 वर्षीय बालक का शव एक निर्माणाधीन मकान में फंदे पर लटका मिला था। शुरुआत में इसे आत्महत्या माना गया लेकिन मरवाही पुलिस की गहन जांच और फॉरेंसिक रिपोर्ट ने इसे क्रूरतापूर्ण हत्या का मामला साबित कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया।प्रारंभिक जांच में बालक के शरीर पर चोट के निशान पाए गए,पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि बालक की मृत्यु आत्महत्या से नहीं, बल्कि हत्या के कारण हुई थी।
अननेचुरल-सेक्स कर भाई का गला घोंटा, फिर फांसी पर लटकाया
कोरबा में एनएच 130 हुआ हादसा बुलेरो मोटर साइकल में भिंडत बाइक सवार की मौके पर मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार मृतक हरदी बजार उतरदा निवासी के रूप में पहचान हुआ है जो कि किसी काम से कटघोरा जा रहा था।सूचना मिलते ही 112 और पुलिस मौके पर पहुची और आगे की कार्यवाही शुरू की गई।बताया जा रहा है कि घटना चैतमा चौकी इलाके के घुचवा बैरियर के पास सामने आई।कोरबा की ओर जा रही बुलेरो ने सामने जा रही मोटर साइकल को जोरदार पीछे से टक्कर मार दिया बाइक सवार की मौके पर मौत हो गई वहीं राहगीरों की मदद से बुलेरो को रोका गया पुलिस ने बोलेरो को जब्त कर चालक के खिलाफ अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
कोरबा: तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार को मारी टक्कर,
कांकेर में एक बार फिर से धर्मांतरण करने वाले परिवार का अंतिम संस्कार गांव में नहीं करने दिया गया है। जिस कारण से दो समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है। शव जलाने को लेकर आमने-सामने आ गए हैं। गांव में शव दफनाने को लेकर बवाल मच गया है। मसीही समाज के एक 50 वर्षीय युवा की मौत हो गई। उसके बाद परिजन उसका अंतिम संस्कार अपनी जमीन पर करना चाहते हैं लेकिन गांव के लोगों ने विरोध किया। ग्रामीणों ने गांव की जमीन में शव दफनाने नहीं दिया। मसीही समाज ने थाना घेरा तो पुलिस ने शव को मॉर्च्युरी में रखवा दिया।शुक्रवार को शव लेकर परिजन पुलिस चारामा पहुंचे। इस दौरान हिंदू संगठन के लोगों ने गाड़ी रोक दी। कहा कि शव को दफन करने नहीं देंगे। जिसके बाद परिजन पुलिस थाने पहुंचे।
मौत के तीन दिन बाद भी नहीं हुआ अंतिम संस्कार,
छत्तीसगढ़ के नक्सल विरोधी अभियान के दौरान जवानों को बड़ी सफलता मिली है। गरियाबंद-धमतरी-नुआपाड़ा डिवीजन में उदंती एरिया कमेटी के 7 नक्सलियों ने शुक्रवार को पुलिसकर्मियों के सामने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वाले नक्सलियों पर कुल करीब 37 लाख रुपये का इनाम घोषित था। जिन नक्सलियों में सरेंडर किया है उसमें दो टॉप लीडर भी शामिल हैं। उदंती एरिया कमांडर सुनील और सचिव एरिना ने भी हथियार डाल दिए हैं। जिनके सिर पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था।सरेंडर की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दो टॉप लीडरों के साथ कमेटी सदस्य लुद्रो, विद्या, नंदिनी और मलेश ने भी सरेंडर किया है। इन पर 5-5 लाख रुपए का इनाम था।
अब हम घर लौटना चाहते हैं’, अपने लीडर के कहने पर 7 माओवादियों का सरेंडर,
छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटे में अलग-अलग सड़क हादसों में 8 युवकों की मौत हो गई। मृतकों में 4 युवक रायपुर के रहने वाले हैं। वहीं 4 युवक सूरजपुर, कोंडागांव और बालोद जिले के हैं। जानकारी के मुताबिक रायपुर में केटरिंग के काम से लौट रहे युवकों की बाइक को छोटा हाथी वाहन ने टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की जान चली गई।वहीं, रायपुर के विधानसभा क्षेत्र में कार ने बाइक सवार को रौंद दिया। सिर फटने से बाइक सवार की मौत हो गई। इसके अलावा शास्त्री चौक में हुए सड़क हादसे में एक युवक ने दम तोड़ दिया। सूरजपुर जिले में 2 ट्रकों में आमने-सामने भिड़त हुई, जिसमें एक ट्रक के ड्राइवर और खलासी की मौत हो गई।
छत्तीसगढ़ में अलग-अलग सड़क हादसों में 8 की मौत
कोरबा जिले के मानिकपुर क्षेत्र स्थित इंटक कार्यालय में एक 7 फुट लंबा धामन सांप खिड़की की जाली में फंस गया। सांप चूहे का शिकार करने आया था। बताया जा रहा है चूहा खाने के बाद जाली में उलझ गया था, जिसे देखकर कार्यालय में मौजूद श्रमिक नेताओं में हड़कंप मच गया।घटना 7 नवंबर सुबह 9 बजे की है। श्रमिक नेताओं ने तुरंत वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष जितेंद्र सारथी को घटना की सूचना दी। सांप जाली में बुरी तरह फंसा हुआ था और बाहर निकलने में असमर्थ था।सूचना मिलते ही जितेंद्र सारथी मौके पर पहुंचे। उन्होंने सावधानीपूर्वक खिड़की में फंसे 7 फुट लंबे धामन सांप को जाली से बाहर निकाला और सुरक्षित एक थैले में डाल दिया।
चूहा खाने के बाद खिड़की में फंसा धमना सांप
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के छाल क्षेत्र में कोल माइंस का विरोध हो रहा है। दरअसल, 3 गांव पुरूंगा, साम्हरसिंघा और तेंदूमुड़ी के ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी जल, जंगल और जमीन कोयला खदान के लिए नहीं देना चाहते। 6 नवंबर को ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया।कोयला खदान के लिए 11 नवंबर को जनसुनवाई होगी। ग्रामीण इसे रद्द कराना चाहते हैं। गुरुवार को 300 ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे थे, लेकिन कलेक्टर ग्रामीणों से मिलने नहीं आए। इसके बाद ग्रामीण रातभर कलेक्ट्रेट के सामने बैठकर अपनी मांगों पर अड़े रहे। इस दौरान महिलाएं, बच्चे और लड़कियां भी धरने पर बैठी रहीं।पिछले 24 घंटे तक प्रदर्शन के बाद शुक्रवार शाम तक आंदोलन कर रहे ग्रामीणों से मिलने कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचे थे।
रायगढ़ में कोल माइंस का विरोध, कहा- नहीं देंगे जमीन
मनेंद्रगढ़ शहर के शराफत अली नामक युवक ने संगीता सिंह नामक एक टीबी मरीज को गोद लिया है। वह मरीज के इलाज पूरा होने तक पोषण आहार की जिम्मेदारी निभाएंगे। शराफत अली के पिता स्वर्गीय शहाबुद्दीन अंसारी की चालीस साल पहले टीबी से मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने यह निर्णय लिया ।शराफत अली के पिता की मृत्यु के समय टीबी एक गंभीर बीमारी थी और परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इलाज में दिक्कतें आईं। तब वह केवल आठ वर्ष के थे। भारत में टीबी उन्मूलन के लिए नि-क्षय मित्र अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत डोनर आर्थिक रूप से कमजोर टीबी मरीजों को गोद लेकर उनके इलाज की अवधि तक पोषण आहार प्रदान करते हैं। शराफत अली की इस पहल के बाद दूसरे लोग भी मदद के लिए आगे आ रहे हैं ।

