मंगल पट में हो रही प्रभु उपासना,ठीक होने पर रथ यात्रा 7 जुलाई को
तिल्दा नेवरा -भगवान जगन्नाथ इन दोनों ज्वर लीला कर रहे हैं। शहर के जगन्नाथ मंदिर में भगवान की विशेष उपचार पूजा- अर्चना की जा रही है।सेवादार और पंडित उन्हें उपचार के रूप में खिचड़ी कढ़ी और विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियां से बने काढ़ेका भोग लगा रहे हैं।भगवान के स्वस्थ होते ही वे श्रद्धालुओं को दर्शन देने के लिए रथ यात्रा के माध्यम से नगर भ्रमण करेंगे। इसके बाद वे अपनी मौसी के घर जाकर विश्राम करेंगे।शहर के जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ नगर ब्राह्मण के बाद के बाद मौसी के घर विश्राम करेंगे। इस दौरान जगन्नाथ मंदिर से रथ यात्रा का आयोजन 7 जुलाई को होगा।
जगन्नाथ मंदिर के पुजारी एव रथ यात्रा के आयोजक मंडल के जय नारायण अग्रवाल ने बताया कि रथ यात्रा मंदिर से शुरू होकर गांधी चौक होते हुए शहर के अंदर मार्ग से सुभाष चौक. अग्रसेन चौक. गुरु नानक चौक. सिंधी पंचायत भवन होते. हुए हेमू कालानी चौक के बाद दुर्गा मंदिर से दीनदयाल चौक पहुचेगी.यहाँ से हाई स्कूल रोड से वापसी के लिए रवाना होगी। उसके बाद नेवरा का भ्रमण कर यात्रा भगवान के मौसी के घर आकर समाप्त होगी। यहां भगवान जगन्नाथ अपने भाई बहन के साथ 9 दिन रुकेंगे। पंडित ने बताया कि भगवान के भोग का काढ़ा मंदिर में ही बनाया जा रहा है जिसमें आख घड़ा अजवाइन तुलसी पत्ता काली मिर्च और मिश्री डाली जा रही है खिचड़ी और कड़ी भी भोग में लगाई जा रही है।