.सुकमा छत्तीसगढ़ में सुकमा और बीजापुर जिले की सरहद पर नक्सली लीडर हिड़मा के गांव में शादी के बाद एक बेटी की विदाई की तस्वीर सामने आई है वीडियो में परिवार के साथ बेटी CRPF कैंप पहुंचकर अफसर और जवानों से मिली उनके । पैर छुए जवान और अफसरों ने भाई बनकर उसे विदाई दी…। नजर उतारी और जमकर थिरके। देखिए वीडियो

पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर नाचते थिरक रहे जिन लोगों को आप देख रहे हैं,वे कोई और नहीं बल्कि ये वो जवान है जो खूंखार नक्सलियों के गढ़ में कैंप लगाए हुए हमारे सुरक्षा में लगे हुए हैं..। और ये किसी नक्सली को मारने की खुशी में नहीं नाच रहे बल्कि गांव की एक बेटी की हो रही शादी के मौके पर नाचते खुशी खुशी से बेटी की विदाई करने की रस्म अदायगी कर रहे हैं।
दरअसल, ये विदाई इसलिए भी खास है क्योंकि देश के सबसे बड़े खूंखार नक्सलियों में से एक माड़वी हिड़मा का यह गांव है…। देवा बारसे भी यहीं का रहने वाला है सालभर पहले तक इस गांव में नक्सलियों की हुकूमत चलती थी..। सर्चिंग के दौरान जब भी जवान इस गांव में आते या फिर आस-पास के इलाके में पहुंचते थे तो ग्रामीण उन्हें देखकर भाग जाया करते थे, छिप जाते थे….उन्हें डर होता था कि कहीं पुलिस एनकाउंटर न कर दे। लेकिन, जब इस गांव में सुरक्षाबलों का कैंप खुला तो गांव में अब विकास पहुंचा…। जवानों ने ग्रामीणों का न केवल दिल जीता,बल्कि भरोसा भी जीता..जिसके बाद अब ग्रामीण खुलकर कैंप पहुंचते हैं, जवानों से बातचीत करते हैं।
मंगलवार को इस गांव की एक बेटी की शादी हुई तो उसकी विदाई में पूरा गांव उमड़ा था..। जिसके बाद बेटी खुद अपने घर से लेकर CRPF कैंप तक आई..। इस दौरान गांव के लोग पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन में थिरक रहे थे ।वहीं दुल्हन बनी बेटी यहां अफसरों और जवानों से मुलाकात कर जवान भाइयों से छोटी बहन बनकर आशीर्वाद ले रही थी ।जवानो ने भी उसे बहन की तरह नेग देकर विदाई दी ये इस गांव का ऐतिहासिक लम्हा था।
छत्तीसगढ़ के वन मंत्री केदार कश्यप ने विदाई का यह वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर शेयर किया है। उन्होंने लिखा है कि CRPF 150वीं बटालियन के जवानों ने पूरी आत्मीयता के साथ बहन को नेग दिया आशीर्वाद दिया और खुशी से झूम उठे । जहां कभी सन्नाटा था, वहां अब प्रेम, अपनापन और सुरक्षा का उजाला फैल रहा है। सचमुच कहा जा सकता है यह बदलते बस्तर की तस्वीर है।

