तिल्दा नेवरा-तिल्दा रायखेड़ा के अदानी पावर कंपनी में कार्यरत मजदूरों के द्वारा अपनी 16 सूत्री मांगों को लेकर की जा रही हड़ताल मंगलवार 9 वें दिन भी जारी रही। मजदूरों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक हमारी हड़ताल चलती रहेगी। उधर मजदूरों की हड़ताल को लेकर आसपास के गांव में रहने वाले ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि हड़ताली मजदूरों से प्रबंधन की ओर से किसी प्रकार की कोई बात अथवा वार्ता नहीं कीगा रही है। और मजदूरों को बाहर से बुलाकर फैक्ट्री में काम कराया जा रहा है।मजदूर नेता डोगेंद्र नारंग ने ने कहा कि मैनेजमेंट की है हठधर्मिता के कारण मजदूरों से कोई बात नहीं की जा रही है। मजदूरों ने कहा कि हम नौ दिनों से फैक्ट्री के सामने चिचोली गांव की जमीन पर 1600 ठेकेदार मजदूर हड़ताल पर बैठे हुए हैं.

उन्होंने बताया कि 10 साल से मजदूर रेगुलर काम कर रहे हैं बावजूद अभी तक परमानेंट नहीं किया गया है.
एटक यूनियन के उपाध्यक्ष गोवर्धन पाल ने कहा कि हमारी मांगों में कोई गैरवाजिब मांग नहीं है .हम जो मांग कर रहे हैं वे नियमानुसार है .बावजूद प्रबंधन मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों को भत्ता देने का प्रावधान है, लेकिन यहां इसका लाभ मजदूरों को नहीं मिल रहा है. इसी तरह शिक्षा भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है.इसके अलावा और कई सुविधाए देने का प्रावधान है जो श्रमिकों के हितों से जुड़ी हुई है।लेकिन मजदूरों को नहीं दी जाती है।
रायखेड़ा सरपंचदिनेश वर्मा ने कहा कि अभी तक मजदूर हड़ताल पर बैठ रहे हैं। और कंपनी के द्वारा बाहर से मजदूरों को बुलाकर काम कराया जा रहा है। जिससे आसपास के ग्रामीणों में काफी रोष है।उन्होंने कहा इस ब्लाक के सभी जनप्रतिनिधी मजदूरों के साथ है ..ग्रामीणों ने कहा कि ज्यादातर मजदूर ने अपनी जमीन ने कंपनी के पास बेची है। जमीन खरीदी के समय किसानों को आश्वासन दिया गया था कि उनके परिजनों को काम दिया जाएगा।काम दिया जा रहा है लेकिन मजदूरों को सुविधाए देने की बजाय उनका का शोषण अधिक किया जा रहा है। अगर इसी तरह कंपनी मजदूरों के साथ व्यवहार करती रही तो मजदूरों का यह आंदोलन बड़ा रूप ले सकता है।
विरोध प्रदर्शन में, दास जी साहू प्रदेश महासचिव रास्ट्रीय उपभोक्ता सरक्ष णफोरम .नरेंद्र मोदी मंच ने समर्थन देते हुए कहा कि मजदूरो इस लड़ाई मै मजदूर भाइयो को समर्थन देता रहूंगा। धरने में सभी मजदूर नेता गोविंद कौशल, प्रेमलाल वर्मा, संतोष सिंह ,हेमंत वर्मा, आशीष धीवर, शेखर चंद्रवंशी. राजू लाल श्रेष्ठ ,जुगल किशोर मिश्रा विशेष रूप से , धरने पमें शामिल हुए ।यूनियन के नेताओं ने बताया कि प्रबंधन की ओर से आज पहली बार कंपनी से जानकारी दी गई कि हमारी हड़ताल पर 6 महीने के लिए स्टे लगा दिया गया है। मजदूरों ने कहा कि प्रबंधन की ओर से इस तरह की बातें बताकर हमें दरार जा रहा है लेकिन मजदूर डरने वाले नहीं है। इस बार आश्वासन से नहीं निर्णय होने के बाद ही मजदूर अपनी हड़ताल समाप्त करेंगे।
उधर प्रबंधन की और से धरना स्थल पर आकर बतया गया की 16 दिसम्बर 2025 श्रम न्यायालय रायपुर ने अदाणी पावर लिमिटेड से जुड़े औद्योगिक विवाद मामले में महत्वपूर्ण आदेश पारित किया है। न्यायालय ने श्रमिक संघ द्वारा 08 दिसम्बर 2025 से जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल को छह माह तक या अगले आदेश तक स्थगित करने का निर्देश दिया है।न्यायालय ने अपने आदेश में यह स्पष्ट किया कि अदाणी पावर लिमिटेड विद्युत उत्पादन एवं वितरण के कार्य में संलग्न है और छत्तीसगढ़ के साथ गुजरात एवं केरल राज्यों को भी बिजली आपूर्ति करता है। औद्योगिक संबंध संहिता, 2020 के अनुसार न्यायालय में मामला लंबित रहने के दौरान हड़ताल प्रतिबंधित है। दोनों पक्षों के तर्कों और दस्तावेजों के आधार पर न्यायालय ने माना कि हड़ताल जारी रहने से जनहित प्रभावित हो सकता है।
अंतरिम आदेश के तहत हड़ताल को छह माह तक या अगले आदेश तक स्थगित किया गया है। श्रमिक संघ को निर्देशित किया गया है कि वे इस अवधि में किसी भी प्रकार की हड़ताल, कार्य बहिष्कार या अवरोध नहीं करेंगे। साथ ही दोनों पक्षों को लंबित मामलों के शीघ्र निराकरण में सहयोग करने के निर्देश दिए गए हैं। अगली सुनवाई 02 जनवरी 2026 को निर्धारित की गई है।
अदाणी पावर लिमिटेड का वक्तव्य:
“हम न्यायालय के आदेश का सम्मान करते हैं और उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारी प्राथमिकता जनहित और कानूनी प्रक्रिया का पालन करना है।”
दूसरी तरफ ।मजदूर नेता डोगेंद्र नारंग नेबताया की हमारी हड़ताल जरी है जब तक हमारी मांगे नही मनी जाएगी हम काम पर नही लौटगे ,,हम शांति पूर्वक धरना देते रहेगे …

