सिमगा ,25 साल पहले जो सहपाठी आठवीं क्लास में एक साथ पढ़े थे.शनिवार को सिमगा कामता के चितावर में आयोजित मिलन समारोह में एक साथ एक मंच पर मिले तो एक दूसरों को देख भावुक हो गए।सभी ने स्टूडेंट लाइफ को याद करते हुए खूब इंजॉय किया और मंच से उन पुरानी यादों को साझा किया.।छत्तीसगढ़ में तीजा पर्व का काफी महत्व है आज भी ज्यादातर बहनों को तीजा मानने के लिए भाई बहनों को मायके ले आते हैं।और तीजा पर्व को बड़े ही धूमधाम के साथ परिजनों के साथ मिलकर मानते हैं। रिगनी कि रहने वाली सदानंदानी वर्मा की तमन्ना थी कि 25 साल पहले जो छात्र-छात्राए केसदा मिडिल स्कुल में 25 साल पहले स्कूल में एक साथ पढे थे उनका मिलन समारोह किया जाए| सदानंदनी वर्मा तीजा का पर्व समय उचित लगा और उन्होंने मिलन समारोह के आयोजन कि घोषणा कर रिंगनी, डोंगरिया, झिरिया, उड़ेला,नेवधा के सहपाठियो को आयोजित मिलन समारोह में शामिल होने काशोशल मिडिया के माध्यम से निमन्त्रण भेज दिया|
25 साल बिछड़ने के बाद एक-दूसरे को याद तो करते थे लेकिन मिल नही पा रहे थे,लेकिन पच्चीस साल बाद सोशल मिडिया के जरिये उन लोग आपस में मिलें.कुछ साथीगण पीछे छूट गये.जितने मिलें उन सहपाठी आपस में मिलने के लिए मिलन समारोह का कार्यक्रम रखें.इस मिलन समारोह को तीज त्योहार में रखना उचित समझे क्योंकि हमारे छत्तीसगढ़ की परम्परा रही है कि बेटियां तीज में अपने मायके जाती है.यही वो अवसर होता है कि वो अपने मायके में एक साथ इकट्ठे हो पाती है.बाकि समय तो एक साथ मायके आना संभव ही नहीं हो पाते है,लेकिन सदानंदनी वर्मा के प्रयास से जब सिमगा कामता के चितावर में सभी का मिलन हुआ तो ख़ुशी से सबकी आखो से पानी की धार बहने लगी|
सभी लोग एक दूसरे से मिलकर उन पुरानी यादों को साजा करते हसी ठिठोली करते रहे। इस दौरान किसी ने बताया कि वह नानी बन चुकी है तो किसी ने बताया कि वह दादी बन चुकी है। इस मौके पर आयोजित मिलन समारोह का कार्यक्रम चितावर देव की पूजा अर्चना कर किया गया कार्यक्रम में लोगों में क्रांतिकारी परिवर्तन कैसे लाया जाए और जीवन को कैसे जिया जाए बच्चों के मन को कैसे बदल जाए इतनी सारी बातों को ध्यान में रखकर एक मोटिवेशन सेशन का भी आयोजन किया गया जिसमें संतोष वर्मा के द्वारा मोटिवेशन को फॉलो कर जीवन को निराशा से निकाल कर किरण की और गतिशील कर करने की बातों को विस्तार से बताया सदानंदानी वर्मा के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम मेंविशेष सहयोग श्रीमति कांति साहू,दिनेश्वरी वर्मा,पीताम्बर साहू,फलेश साहू,संजय ध्रुव,देवेन्द्र वर्मा,विनोद साहू,हेमीन वर्मा,भानू यादव,पुरूषोत्तम वर्मा आदि ने किया.भविष्य में भी ऐसे ही मिलन समारोह करने का संकल्प लिया गया.
सदानंदनी वर्मा ने बताया कि चितावर देव कि बड़ी मान्यता है ,यह जो भी मनोकामनाएं लेकर आता है उनकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है.उन्होंने कहा गांवों की हालात तो सभी जानते है.गांव में शराबियों का ही झूंड घूमता नजर आता है, इन्ही सारी बातों को ध्यान में रखते हुए चितावर में मिलन समारोह रखा गया.