ऑस्ट्रेलिया ने अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीत लिया है. ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल मुकाबले में भारत को पराजित किया. ऑस्ट्रेलियाई टीम चौथी बार चैम्पियन बनी है. वहीं भारत का छठी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया.
भारत को आईसीसी मेन्स अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है. रविवार (11 फरवरी) को बेनोनी के विलोमूर पार्क में खेले गए फाइनल मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया ने 79 रनों से हरा दिया है. ऑस्ट्रेलियाई टीम चौथी बार अंडर-19 चैम्पियन बनी है. वहीं भारत का छठी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया.
भारत को मुकाबले में जीत के लिए 254 रनों का टारगेट मिला था, जिसका पीछा करते हुए भारतीय बल्लेबाज शुरुआत से ही संघर्ष करते दिखे. भारतीय टीम 43.5 ओवरों मेओवरों में 174 रनों पर ही सिमट गई. टॉप ऑर्डर में ओपनर आदर्श सिंह को छोड़कर बाकी के बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा.
भारत की पारी का स्कोर कार्ड
खिलाड़ी रन गेंदबाज विकेट पतन
अर्शिन कुलकर्णी 3 कैलम विडलर 1-3
मुशीर खान 22 महली बियर्डमैन 2-40
उदय सहारन 8 महली बियर्डमैन 3-55
सचिन धास 9 राफ मैकमिलन 4-68
प्रियांशु मोलिया 9 चार्ली एंडरसन 5-90
अरावेली अवनीश 0 राफ मैकमिलन 6-91
आदर्श सिंह 47 महली बियर्डमैन 7-115
राज लिम्बानी 0 राफ मैकमिलन 8-122
मुरुगन अश्विन 42 कैलम विडलर 9-168
सौमी पांडे 2 टॉम स्ट्राकर 10-174
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने सैम कोन्सटास का विकेट सस्ते में गंवा दिया. कोन्सटास बिना खाते खोले राज लिम्बानी का शिकार बने. इसके बाद कप्तान ह्यू वेगबेन और हैरी डिक्सन ने 78 रनों की साझेदारी करके पारी को संभाला. नमन तिवारी ने इन दोनों खिलाड़ियों को आउट किया.
ऑस्ट्रेलिया के 99 रन पर तीन विकेट गिर गए थे, जहां से भारतीय मूल के खिलाड़ी हरजस सिंह और रयान हिक्स ने मिलकर 66 रन जोड़े. हिक्स को तेज गेंदबाज राज लिम्बानी ने आउट किया. वहीं हरजस सिंह स्पिनर सौमी पांडे का शिकार बने. राफ मैकमिलन भी कुछ खास नहीं कर पाए और उन्हें मुशीर खान ने चलता किया. यहां सेओलिवर पीक ने तूफानी बल्लेबाजी करके ऑस्ट्रेलिया को 250 के पार पहुंचाया.
ऑस्ट्रेलिया की ओर से हरजस सिंह ने सबसे ज्यादा 55 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और इतने ही छक्के शामिल रहे. कप्तान ह्यू वेगबेन ने 48 और ओपनर हैरी डिक्सन ने 42 रनों की पारी खेली. ओलिवर पिक की बात करें तो उन्होंने नाबाद 46 रनों बनाएपिक ने 43 गेंदों की पारी में दो चौके और एक सिक्स लगाया. भारत की ओर से तेज गेंदबाज राज लिम्बानी ने तीन, जबकि उनके साथी पेसर नमन तिवारी ने दो खिलाड़ियों को आउट किया.
ऑस्ट्रेलिया की पारी का स्कोर कार्ड
खिलाड़ी रन गेंदबाज विकेट पतन
सैम कोन्सटास 0 राज लिम्बानी 1-16
ह्यू वेबगेन 48 नमन तिवारी 2-94
हैरी डिक्सन 42 नमन तिवारी 3-99
रयान हिक्स 20 राज लिम्बानी 4-165
हरजस सिंह 55 सौमी पांडे 5-181
राफ मैकमिलन 2 मुशीर खान 6-187
चार्ली एंडरसन 13 राज लिम्बानी 7-221
भारत ने अपनी प्लेइंग-11 में कोई बदलाव नहीं किया. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया ने टॉम कैम्पबेल की जगह चार्ली एंडरसन को मौका दिया. भारत ने पहले सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को 2 विकेट से हराया था. जबकि दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 1 विकेट से हराकर फाइनलमें एंट्री कर ली थी.
भारत की प्लेइंग-11: आदर्श सिंह, अर्शिन कुलकर्णी, मुशीर खान, उदय सहारन (कप्तान), प्रियांशु मोलिया, सचिन धास, अरावेली अवनीश (विकेटकीपर), मुरुगन अभिषेक, राज लिम्बानी, नमन तिवारी, सौमी पांडे.
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग XI: हैरी डिक्सन, सैम कोन्स्टास, ह्यू वेबगेन (कप्तान), हरजस सिंह, रयान हिक्स (विकेटकीपर), ओलिवर पीक, राफ मैकमिलन, चार्ली एंडरसनटॉम स्ट्राकर, महली बियर्डमैन, कैलम विडलर.
अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में भारतीय टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक 2 बार टक्कर हुई है. दोनों ही बार भारतीय टीम ने धमाकेदार अंदाज में जीत दर्ज की है. अब दोनों टीमों के बीच फाइनल में तीसरी बार टक्कर है. यदि भारतीय टीम जीतती है, तो यह उसकी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में जीत की हेटिक होगी. इससे पहले भारतीय टीम वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 2012 और 2018 में हरा चुकी है.
भारतीय टीम अंडर-19 विश्व कप के इतिहास की सबसे सफल टीम हैसाल 2000, 2008, 2012, 2018 और 2022 में टीम इंडिया ने अंडर-19 विश्व कप पर कब्जा जमाया था. इसके अलावा भारत साल 2016 और 2020 में उप-विजेता रह चुका है.भारतीय टीम की नजरें छठी बार खिताब जीतने पर हैं.
भारत के बाद ऑस्ट्रेलिया ने सबसे ज्यादा तीन बार अंडर 19 विश्व कप जीता है. उसने यह खिताब 1998, 2002 और 2010 सीजन में जीते हैं. उसे फाइनल में दो बार हार मिली है. यह दोनों ही बार भारतीय टीम ने कंगारुओं को शिकस्त दी थी. इसके अलवा पाकिस्तान दो, जबकि बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज और इंग्लैंड एक-एक बार विजयी रहे.