रायपुर-छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा केस में बर्खास्त आरक्षक अर्जुन सिंह यादव की रिमांड 9 दिन और बढ़ गई है। अर्जुन 23 मई तक EOW की रिमांड पर रहेंगे। अर्जुन के अलावा 7 और आरोपी की मंगलवार को कोर्ट में पेशी हुई थी। इन सभी को जेल भेज दिया गया है।
चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, सुनील दमानी, भीम सिंह यादव, राहुल वक्ते और रितेश यादव को भी कोर्ट में पेश किया गया था। यह आरोपी पहले से जेल में बंद थे। इनके साथ अमित अग्रवाल को भी 14 दिन की न्यायिक रिमांड में जेल भेज दिया गया है।
EOW की रिमांड पर बर्खास्त पुलिस आरक्षक अर्जुन यादव ने पूछताछ में कई हैरान करने वाली बातें बताई थी। EOW का दावा है कि, एप के 20 से ज्यादा पैनल तो अर्जुन खुद ऑपरेट करता था। इसमें से 4 पैनल श्रीलंका में चलना बताया गया है। अब 23 मई तक रिमांड मिलने से आगे भी पूछताछ में कई खुलासे हो सकते हैं।
अर्जुन यादव 1 पैनल कोलकाता में भी संचालन करता था। साथ ही EOW को अर्जुन की मोबाइल से कई ग्रुप भी मिले हैं।
200 से ज्यादा बैंक अकाउंट मिले, 3 करोड़ रुपए फ्रीज
EOW की टीम अर्जुन यादव के मोबाइल फोन की जांच कर रही थी। इसमें महादेव ऐप से जुडे हुए बहुत से Whatsapp ग्रुप भी मिले हैं। इन ग्रुप में कुछ RTGS अकाउंट और कुछ ग्रुप फेक अकाउंट से संबंधित है पाए गए हैं।
EOW की टीम ने ग्रुप और जानकारी के आधार पर 200 से अधिक ऐसे बैंक अकाउंट की पहचान की। साथ ही इसमें करीब 3 करोड़ रुपए की राशि को फ्रीज भी करवाया गया है। वहीं आरोपी से महादेव सट्टा एप के पैसे से खरीदी गई एक गाड़ी भी जब्त की गई है।
महादेव सट्टा ऐप मामले में लंबे समय से फरार पचमढ़ी से अर्जुन यादव को हिरासत में लिया गया है। 10 मई को EOW की टीम ने बर्खास्त आरक्षक अर्जुन को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। सुनवाई के बाद कोर्ट ने 14 मई तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। अर्जुन यादव महादेव केस में रायपुर जेल में बंद निलंबित आरक्षक भीम यादव का भाई है।