Wednesday, December 3, 2025
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चैतन्य ने सिंडिकेट के साथ मिलकर 1000 करोड़ कैश हैंडलिंग की;ED,बोली- चैतन्य को शराब घोटाले से 16.70 करोड़ मिले.

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद पूछताछ में चैतन्य ने ED को बहुत सारीजानकारिय दी है .ईडी ने दावा किया है कि-चैतन्य ने बघेल ने एसोसिएट और बघेल बिल्डकॉन कंपनी बनाई, इसी से लांड्रिंग की गई..रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने चैतन्य को 5 दिन की ED की रिमांड पर भेजा है। मना जा रहा है की यदि पूछताछ में ED को चैतन्य बघेल सहयोग नही करेगे तो ED फिर से कोर्ट में पेश कर रिमांड बढ़ाने की मांग करेगी..ED ने चैतन्य बघेल पर शराब घोटाला, कोल घोटाला, महादेव ऐप मामले में हवाला कारोबारियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगते हुए दावा किया है की चैतन्य ने 1हजार करोड रुपए से अधिक कै लेन देंन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई  ..

ED ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर चैतन्य बघेल को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया।

शराब घोटाले में शुक्रवार रात से ही ईडी ने चैतन्य बघेल से पूछताछ शुरू कर दी है। ईडी दस्तावेज दिखाकर जानकारी ले रही है कि यह पैसा कहां से आया और किसने दिया। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि चैतन्य बघेल, लक्ष्मीनारायण उर्फ पप्पू बंसल और त्रिलोक सिंह ढिल्लन ने घोटाले से मिलने वाले काली कमाई के पैसों को एक नंबर में दिखाने के लिए योजना बनाई थी..बताया जाता है त्रिलोक ने जसजीत सिंह ढिल्लन के नाम पर अंधेरी मुंबई में ढिल्लन सिटी मॉल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी रजिस्टर कराईगई ।जहा यह कंपनी शॉपिंग मॉल बनाने वाली थी।

घोटाले का पैसा इस कंपनी के माध्यम से आता रहा। फिर यह पैसा ढिल्लन ड्रिंक्स कंपनी से चैतन्य बघेल और उसके परिवार को भुगतान किया जाता था। ईडी इसकी जांच कर रही है कि घोटाले का पैसा चैतन्य के अलावा परिवार के और किस सदस्य के पास गया है।

ईडी के अनुसार चैतन्य ने बघेल एसोसिएट और बघेल बिल्डकॉन प्रालि कंपनी बनाई थी। इन कंपनियों से शराब घोटाले से मिले 1000 करोड़ को इधर-उधर किया गया। दस्तावेजों में दिखाया कि कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन ने अपनी कंपनी ढिल्लन सिटी मॉल के कर्मचारियों के लिए फ्लैट खरीदा है।

जाँच में हुए खुलासे के मुताबिक दस्तावेजों में चैतन्य ने बिलासपुर के विट्ठल ग्रीन सिटीं में 1300 करोड़ का निवेश बताया है। वहां निर्माण कर रही शिव कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़े अधिकारी का बयान लिया गया है। कंपनी को 4 करोड़ 20 लाख रुपए कैश दिया गया है। जबकि दस्तावेजों में सिर्फ 2 करोड़50 लाख की एंट्री की गई  है। इसके अलावा 7.6 करोड़ रुपए भी इसमें खर्च किए गए हैं, लेकिन दस्तावेजों में पैसा कम दिखा रहे हैं।

इस मामले में ईडी ने दुर्ग के एक बड़े ज्वेलर्स संचालक से भी लंबी पूछताछ की है। उन्होंने ईडी को बयान दिया है कि चैतन्य ने उन्हें कर्ज के तौर पर 5 करोड़ कैश दिए थे। उसका आज तक ब्याज नहीं लिया। उन्होंने पैसा भी वापस नहीं मांगा है। उन्होंने चैतन्य की बघेल बिल्डकॉन से 80 लाख के 6 प्लॉट खरीदे। इसका भुगतान भी किया। ईडी के अनुसार चैतन्य ने जिस कारोबारी को कर्ज दिया उसी कारोबारी ने कैश देकर उनसे प्लाट खरीदा है। यह घोटाले के अवैध पैसे को वैध करने का तरीका है।

रायपुर पुलिस ने कथित तांत्रिक केके श्रीवास्तव को ठगी के मामले में जेल भेज दिया है। उससे 14 दिनों तक पुलिस ने पूछताछ की। इस दौरान ईडी और एसीबी-ईओडब्ल्यू भी बयान लेने आई थी। तब श्रीवास्तव ने ईडी को बयान दिया कि उसने 300 करोड़ का ट्रांजेक्शन किया है, जो पुलिस को मिला है। उसमें 100 करोड़ शराब घोटाला का है, जो चैतन्य से उसे मिला था। चैतन्य के कहने पर सिंडीकेट पैसा उनके पास छोड़ते थे। उसने पूछताछ में पिछली के सरकार के प्रभावशाली नेताओं को लेकर भी चौंकाने वाला खुलासा किया है।

ED ने क्यों मांगी 5 दिन की हिरासत?

ED का आरोप है कि घोटाले के पैसों का अधिग्रहण, प्रोजेक्ट्स में निवेश किया। अलग अलग कंपनियों से अकाउंट में पैसे लेकर उसे लीगल दिखाने की कोशिश की गई ये सब PMLA की धारा 3 और 4 के तहत अपराध है।..शराब घोटाले से जुड़े अन्य लोगों से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ होगी।..डिजिटल सबूतों के आधार पर बघेल से सवाल-जवाब होंगे।

जो नए तथ्य सामने आए हैं, उनकी पुष्टि करनी होगी।..चैतन्य बघेल अन्य सिंडिकेट के बीच कोऑर्डिनेटर की भूमिका में रहे, इसकी जांच होगी।

बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने बताया कि पप्पू बंसल के बयान को आधार मानते हुए चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी की गई है जो सही नहीं है। पप्पू बंसल के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट है और वह बाहर घूम रहे हैं। किसके दबाव में उन्होंने इस तरह का बयान दिया है यह आप समझ सकते हैं।

प्रवर्तन निदेशालय के वकील सौरभ पाण्डे ने बताया कि शराब घोटाले का जो इन्वेस्टिगेशन चल रहा था उसमें एविडेंस मिले है, जिसमें चैतन्य बघेल ने बहुत सारे पैसे को लेयरिंग की है। 1000 करोड़ का लेनदेन किया है।

अब देखना यह है.ED 5 दिन में चैतन्य बघेल से पूछताछ में क्या-क्या सवाल करती हैऔर उसका जवाब चैतन्य किस तरह से देते हैं। ED ने रिमांड लेने के बाद पहले ही दिन से चैतन्य से पूछताछ शुरू कर दी है..रवि असवानी VCN टाइम्स रायपुर

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