रायपुर के शंकरनगर स्थित विम्तारा हॉल में बुधवार को मिस एंड मास्टर जीनियस कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा ने बच्चों को सलाह दी कि वे अपने लक्ष्य को पाने के लिए जिद्दी बने रहें और लगातार मेहनत करते रहें।
उन्होंने उन अभिभावकों की भी सराहना की जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने बच्चों की पढ़ाई और भविष्य के लिए मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने माता-पिता की मेहनत का सम्मान करना चाहिए और एक आदर्श नागरिक बनकर राज्य और देश का नाम रोशन करना चाहिए।
अमित चिमनानी बोले- संघर्ष और मेहनत से ही मिलती है सफलता
कार्यक्रम प्रमुख अमित चिमनानी ने कहा कि बच्चों को महापुरुषों और सफल लोगों की जीवनी पढ़नी चाहिए, ताकि उन्हें समझ आए कि संघर्ष और मेहनत से ही सफलता मिलती है। उन्होंने बताया कि कई लोग शुरुआत में कमजोर थे, लेकिन मेहनत से आगे चलकर सफल हुए। इसलिए बच्चों को हतोत्साहित नहीं होना चाहिए और 2047 तक विकसित भारत बनाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
मिस एंड मास्टर जीनियस में बच्चों ने जीते पुरस्कार
दोपहर 4 बजे से रात 8 बजे तक चले इस कार्यक्रम का संचालन अनिल जोतसिंघानी ने किया। समापन पर सभी बच्चों को सर्टिफिकेट और मेडल देकर सम्मानित किया गया, जिससे बच्चों में खुशी और उत्साह देखा गया।
खुशबू और शेख आतिफ बने मिस-मास्टर जीनियस
कक्षा 6 से 9 के समूह में मिस जीनियस का खिताब पीजी उमाटे स्कूल की खुशबू साहू ने और मास्टर जीनियस का खिताब जेडी डागा स्कूल के शेख आतिफ ने जीता। वहीं कक्षा 9 से 12 के समूह में मिस जीनियस का खिताब कल्याण पब्लिक स्कूल की खुशबू विश्वकर्मा ने और मास्टर जीनियस का खिताब जेएन पांडे स्कूल के लक्ष्यवीर वराडे ने अपने नाम किया।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा, कार्यक्रम प्रमुख अमित चिमनानी, कार्यक्रम निदेशक अनिल जोतसिंघानी, छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के अध्यक्ष महेश दरयानी, पार्षद डॉ. अनामिका सिंह, जिला कोषाध्यक्ष पन्ना दुबे, अमर चंदनानी और डॉ. जवाहर सूर्यशेट्टी मौजूद थे।
साथ ही अतिथि वक्ता के रूप में नेशनल वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर अलक्शेंद्र मोघरे, वैदिक ग्रुप के चेयरमैन आनंद कुमार अग्रवाल और दावरा यूनिवर्सिटी के CEO चिन्मय दावरा ने बच्चों और अभिभावकों को प्रेरणादायक मार्गदर्शन दिया।

