आयुष कोटवानी तिल्दा नेवरा
परछाई हमेशा हमारा साथ देती है, लेकिन 21 जून को यह बात भी थोड़ी देर के लिए गलत साबित हो जाएगी. 21 जून के दिन दोपहर में थोड़ी देर सूर्य की रोशनी में हमारी परछाई नजर नहीं आएगी. पृथ्वी पर दिन सुबह जल्दी होगा जबकि सूर्यास्त देर से होगा. 21 जून को साल के सबसे बड़े दिन के साथ ही रात साल की सबसे छोटी होगी
दिन 13 घंटे 22 मिनट 1 रात 10 घंटे 18 मिनट की रहेगी.
तिल्दा नेवरा- इस साल का सबसे बड़ा दिन 21 जून बुधवार को रहेगा। यह दिन 13 घंटे 42 मिनट वह रात 10 घंटे 18 मिनट की रहेगी । इस दिन सूर्योदय सुबह 5.37 और सूर्यास्त शाम 7.19 बजे होगा। खास बात यह भी है कि इस दिन मनुष्य की परछाई कुछ देर के लिए उसका साथ छोड़ देगी। यह समय बुधवार दोपहर 12:28 बजे का रहेगा जब सूर्य देव सीधे मनुष्य के सिर पर रहेंगे जिससे परछाई नजर नहीं आएगी।
ज्योतिषाचार्य पंडित संतोष शर्मा ने बताया कि कर्क रेखा उत्तरायण सूर्य का सबसे अंतिम बिंदु है इसके बाद दक्षिणायन शुरू हो जाता है कर्क रेखा के सबसे ऊपर पहुंचने पर दिन सबसे बड़ा हो जाता है बुधवार के बाद यानी गुरुवार 22 जून से सूर्य देव दक्षिणायन होना शुरू हो जाएंगे जिससे रात के समय में कुछ क्षणों की बढ़ोतरी होने लगेगी और 23 सितंबर को दिन और रात बराबर हो जाएगा उसके बाद रात बड़ी होने लगेगी।
रात की यह 4 दिन रहेंगे विशेष साल में 4 दिन ऐसे होते हैं जिनकी अलग ही खासियत है इन 4 दिनों में 21 मार्च 21 जून 23 सितंबर और 22 दिसंबर आते हैं इनमें से एक ही सबसे बड़ा दिन 21 जून बुधवार को रहने वाला है ज्योतिषाचार्य आचार्य पवन कुमार रीवा वाले ने बताया कि इस दिन उत्तरी गोलार्ध में मौजूद सभी देशों में दिन लंबा और रात छोटी होती है अहम बात यह है कि इस दिन दोपहर में एक ऐसा पल भी आता है जब परछाई भी साथ छोड़ देती है 21 जून को दिन सबसे लंबा होता है इस दिन 12 घंटे की जगह पूरी 14 घंटे का दिन रहेगा।
पवन कुमार ने यह भी बताया कि कई जून को सूरज मध्यान्ह में कर्क रेखा के ऊपर होगा इसका मतलब यह है कि इस दिन सूर्य का प्रकाश धरती पर सबसे लंबे समय तक रहेगा पृथ्वी पर सूर्योदय सुबह जल्दी होगा जबकि सूर्यास्त देर से होगा जिसके कारण सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होगी इसीलिए 21 जून को साल के सबसे बड़े दिन के साथ ही साल की सबसे छोटी रात भी होती है पृथ्वी अपने अक्ष और सूर्य की कक्षा में परिक्रमा करती है तो परिक्रमा के दौरान 21 जून को दोपहर में ऐसी स्थिति बनती है जब सूर्य कर्क रेखा के ऊपर होता है इस दिन सूर्य का प्रकाश धरती पर करीब 15 सोलह में घंटे तक पड़ता है जिसके कारण दिन की अवधि सबसे लंबी होती है और जिस वक्त सूर्य ठीक कर्क रेखा के ऊपर होता है उस दौरान परछाई भी नहीं बनती है.