Sunday, July 13, 2025
Homeशिक्षामोहब्बत का महीना है. इश्क का मौसम है. इजहार का मुहूर्त है.

मोहब्बत का महीना है. इश्क का मौसम है. इजहार का मुहूर्त है.

इंदर कोटवानी

नेहा- मोह के धागे.

मोहब्बत का महीना है. इश्क का मौसम है. इजहार का मुहूर्त है. तो ऐसे में कौन है जो तुरंत इनकार करते हुए रंग-ए-उल्फत से सराबोर ना हो जाए। जानवर भी भला ऐसे में क्यों पीछे रहे. उल्फत तो उन पर भी तारी होती है. प्यार का नशा तो उन्हें भी बढ़ता है. देखिए “वीसीएन” की प्रेम में पगी ऐसी ही कुछ तस्वीरें..

शाही मिलन:क्या टाइटेनिक वालों ने प्रेम का यह सीन इस शाही जोड़े से कापी किया या इस शाही जोड़े ने यह फिल्म देख ली। वैसे ही प्रेम में लिपटे, वैसे ही दोनों की आंखें बंद। जो भी हो. अपनी भाषा में दोनों यह जरूर कह रहे होंगे भाई हार्ट विल गो ऑन!

रंगरेज मरे:ए मेरे रंगरेज यह बता कि कौन से पंख में तूने ऐसा सुर्ख रंग घोला है कि मन एकदम मस्त मौला है। यह तेरे प्यार का रंग है या मेरी मोहब्बत के निशान? फ्लेमिंगो का यह जोड़ा शायद एक- दूसरे से यही कहते हुए गलबहियां करने में मशगूल है।

भरोसे का साथ: यार दिलदार है और साथ में दो चुटकी प्यार है। दुनिया वालों हमें योॅ ना देखो, हमारे इश्क को योॅ न नजर लगाओ। इस और देखते हुए. यह सियार शायद यही कह रहा है कि हमन हैं इश्क मस्ताना. हमन को होशियारी क्या।

मेंल मिलाप:देखने में आता है किमछलियों का प्रेम करने में कोई सानी नहीं। जोड़ा बनाना. प्यार जताना और इश्क के लिए मर तक जाना इनसे बखूबी सीखा जा सकता है। इश्क फरमाता डॉल्फिनों का यह जोड़ा तो मोहब्बत के किसी भी महीने का इंतजार नहीं करता।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments