तिल्दा नेवरा-कुख्यात सटोरिया नंदू लालवानी और उनके तीन गुर्गों को तिल्दा पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर जेल भेज दिया .दो दिन पहले सट्टे के पैसे मांगने आए लोगों के साथ जमकर मारपीट की थी और उसके बाद थाने में दबंगई दिखाते हुए नंदू और उसके बेटे ने जमकर हंगामा किया था।
जेल ले जाने के लिए खड़ी पुलिस गाड़ी.
दुसरे दिन इस खबर को पत्रिका ने प्राथमिकता के साथ प्रकाशित किया था। पुलिस थाने के अंदर स्टाफ की मौजूदगी में जिस प्रकार नंदू लालवानी ने दबंगई दिखाई थी..उस दौरान टीआई मुकेश शर्मा पुलिसअधिकारियों से मिलने रायपुर आए थे।वापस आने के बाद उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल दोनों पक्षों को थाने बुलाया.और नंदू लालवानी को जमकर फटकार लगाई.. टीआई ने साफ शब्दों में कह दिया गुंडागर्दी कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.. ना ही शहर में सट्टा चलने दिया जाएगा, उन्होंने नंदू और उनके गुर्गो पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए तहसील कार्यालय में पेश किया जहां से सभी को रायपुर जेल भेज दिया गया..।
सीना तानकर जेल चलो जेल कहते सीना तानकर न्यायालय से बाहर निकला ..
पुलिस के द्वारा जब आरोपी नंदू लालवानी और उनके साथियों को न्यायालय में पेश किया तो तहसीलदार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी को जेल भेजने का आदेश दे दिया। उसके बाद सीना तानकर नंदू बाहर निकाला और जेल चलो जेल कहते हुए पुलिस गाड़ी में जाकर बैठ गया..।
करोड़ों की काली कमाई के बाद भी जेल जाने से नहीं बच पाया…
अपने आप को शहर का डान बताने वाला सटोरिया नंदू लालवानी, जो की सट्टे के कारोबार में आने के बाद करोडो की अवैध संपत्ति अर्जित कर चुका है.. लेकिन आज जब उसे पुलिस ने पकड़ा तो टी आई के सामने गिंड़गिडाते हुए जेल से बचने की फरियाद करता रहा. फिर उसने अपने आकओ से बात कर छुड़ाने जोर लगाया, लेकिन कोई छुड़ाने सामने नहीं आया, उसके बाद पुलिस को छोड़ने के लिए प्रलोभन देता रहा ,बावजूद टी आई के सामने उसकी एक भी नहीं चली..टीआई ने तत्काल आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, वहां भी इस सटोरियों ने तहसीलदार से जमानत के लिए भरपूर प्रयास किया, लेकिन वहां भी इसकी नहीं चली और आखिरकार जेल भेज दिया गया…