रविवार को रायपुर में बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मी वर्मा ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि, नशे का कारोबार सरकार के संरक्षण में हो रहा है। इसी वजह से आपराधिक घटनाएं बढ़ रहीं हैं। आधी-आधी रात तक नशे की चीजें खुलेआम बिक रही हैं। इस पर कांग्रेस ने कहा कि, रमन सरकार में ही शराब का सरकारीकरण हुआ है, साथ ही हाल ही में कई बीजेपी नेता इसकी तस्करी करते पकड़ाए हैं।
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी नशे के खिलाफ लगातार कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष ने तेलीबांधा में हुई मारपीट की खबर का जिक्र करते हुए कहा कि, देर रात को युवक-युवतियों में झड़प हो रही वह भी नशे की हालत में थे।
गांव-गांव में अवैध शराब बिक रही
लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि, हम देखते हैं शहर से लेकर गांव तक के इलाकों में नशे का अवैध कारोबार हो रहा है। सिमगा से भी एक खबर आई कि, ढाबे में अवैध तरीके से शराब बनाई जा रही थी इसे बोतल में लेबल लगाकर वहां की शराब दुकान में बेचा जा रहा था। क्या यह सरकार के संज्ञान में नहीं है। अवैध शराब को वैध शराब के साथ मिलाकर बेचा जा रहा है।
प्रदर्शन करने पर पुलिस ने बच्चों पर बल प्रयोग किया
लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि आधी-आधी रात तक नशे की चीजें मिल रही हैं। CGPSC में गड़बड़ी का विरोध करने युवा सड़क पर उतरे तो उनपर बल प्रयोग किया गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विरोध प्रदर्शन के दौरान बच्चियों के बाल पकड़कर पुलिस ने उन्हें घसीटा है।
कांग्रेस ने याद दिलाया रमन सरकार का कार्यकाल
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन सरकार ने 138 साल पुरानी आबकारी नीति को बदलकर शराब का सरकारीकरण किया। गांवों की राशन दुकानों में राशन नहीं पहुंचता था लेकिन सरकारी शराब दुकान में पेटियां भरी रहती थी। शराब के गोरखधंधे में भाजपा के नेता कोचियागिरी करते थे। तत्कालीन गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने अवैध शराब पकड़ने गृहमंत्री स्कॉड बनाया था जिसे रमन सिंह ने दबाव पूर्वक बंद कर दिया।
धनंजय ठाकुर ने आगे कहा कि, भाजपा नेत्रियों को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि जब राज्य सरकार ने शराब बंदी के लिए कमेटी का गठन किया तो भाजपा के विधायक उस कमेटी में शामिल क्यों नहीं हुए? शराब तस्करी करने वाले लोगों के गिरफ्तारी हुई है भाजपा के कई नेता शराब तस्करी करते पकड़े गए हैं। रमन सरकार के दौरान प्रति व्यक्ति शराब की खपत के मामले में गोवा के बाद देश में छत्तीसगढ़ दूसरे नंबर पर था आज 18वें नंबर पर है।

