छात्रों को कम लागत पर विदेश में MBBS करने का अवसर, उज़्बेकिस्तान में नए वैश्विक विकल्प उपलब्ध
तिल्दा-नेवरा,एडवेंचर ग्लोबल ने तिल्दा-नेवरा में अपनी नई शाखा का शुभारंभ किया है ।इस अवसर पर प्रतिष्ठित होटल में एक कार्यक्रम आयोजित इस किया गया.कार्यक्रम में डायरेक्टर डॉ. शादमा ज़हरा मुल्तानी ने छात्रों व अभिभावकों को विदेश में कम खर्च पर MBBS की पढ़ाई के अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कैसे कम NEET स्कोर या सीमित आर्थिक संसाधनों वाले छात्र भी डॉक्टर बनने का सपना साकार कर सकते हैं।उन्होंने बताया कि EDUVENTURE GLOBAL ने अपने प्रमुख फोकस के रूप में एशिया इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, उज़्बेकिस्तान को चुना है। कर्शी स्टेट यूनिवर्सिटी, उज़्बेकिस्तान – एक 60 वर्ष पुरानी यूरोपियन यूनिवर्सिटी – ने पहली बार भारतीय छात्रों के लिए अपने द्वार खोले हैं।उन्होंने कहा हमारी संस्था अब छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों में नई-नई फ्रेंचाइज़ी स्थापित कर रही है, ताकि शिक्षा, स्वास्थ्य और मीडिया क्षेत्र के सहयोग से इस मिशन को और अधिक विस्तार दिया जा सके।इसी कड़ी में तिल्दा नेवरा में भी नई फ्रेंचाइज़ी श्रीमती नीलम अग्रवाल को प्रदान की गई, जिनकी पुत्री सुश्री सौम्या अग्रवाल ने विदेश से सफलतापूर्वक MBBS की पढ़ाई पूरी की है.
कंपनी की HR हेड सुश्री शिवांगी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाशाली छात्र अक्सर पर्याप्त अंक न ला पाने की वजह से हतोत्साहित हो जाते हैं और कई डिप्रेशन का शिकार तक हो जाते हैं। इस समस्या को देखते हुए एडवेंचर ग्लोबल ने तिल्दा जैसे क्षेत्रों में अपनी नई शाखाएं शुरू की हैं, जहाँ छात्रों को निःशुल्क काउंसलिंग और मार्गदर्शन दिया जाएगा।
तिल्दा-नेवरा में नई शाखा प्रमुख नीलम अग्रवाल ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि तिल्दा जैसे छोटे शहर में एडवेंचर ग्लोबल कीफ्रेंचाइज़ी स्थापित की गई है यह गर्व की बात है,उन्होंने कहा की इसका लाभ उन छात्रों को मिलेगा जो NEET में कम स्कोर या सीमित आर्थिक संसाधनों के कारण डॉक्टर बनने का सपना साकार नही कर पते थे.लेकिन अब वे सपनो को साकार कर सकेगे…नीलम अग्रवाल ने अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे कार्यालय पहुँचकर विस्तृत जानकारी प्राप्त करें और इस अवसर का लाभ उठाएँ।
कार्यक्रम में, एबीपी के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री डी.के.शर्मा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे ।पत्रकार, स्कूल एवं कोचिंग संस्थानों के निदेशक, अभिभावक और स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

