कबीर धर्म नगर दामाखेड़ा में माघ पूर्णिमामेले का समापन..
तिल्दा नेवरा -हर माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना और व्रत किया जाता है ।वही शास्त्रों में मांघ पूर्णिमा का खास महत्व है।मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।मांघ महीने की पूर्णिमां आज शनिवार को है। आज क दिन को स्नान दान पुण्य करने का विशेष महत्व बताया गया है।
‘ब्रह्मा वैवर्त पुराण’ के अनुसार मांघ महीने की पूर्णिमा पर तीर्थ के जल में भगवान विष्णु का निवास होता है। साथ ही इस दिन तिल दान करने से कई यज्ञ करने जितना पुण्य फल मिलता है। मांघ पूर्णिमा पर रात में चंद्रोदय के समय चंद्रमा की पूजा करने से चंद्र दोष दूर होता है।ज्योतिषाचार्य पंडित संतोष शर्मा ने बताया कि इस दिन सूर्य कों अर्ध्य देने के साथ ही भगवान सत्यनारायण की पूजा करनी चाहिए।इस दिन मांघ स्नान करने वाले श्रद्धालु दान पुण्य के साथ-साथ जोड़ों को खाना खिलाकर इसका समापन करेंगे।
इस दिन होली का डंडा रोपण भी किया जाएगा इसके अगले दिन से फाल्गुन मास की शुरुआत हो जाएगी संतोष शर्मा ने बताया की मांग पूर्णिमा तिथि 23 फरवरी को दोपहर 34 मिनट से अगले दिन 24 फरवरी को शाम 6:00 बजे तक रहेगी इसीलिए 24 को सुबह गंगा स्नान करके पुण्य प्राप्त किया जा सकता है जो गंगा तीर्थ नहीं जा सकते वह घर पर ही पानी में थोड़ा सा गंगा जल मिलाकर स्नान कर सकते हैं..।
सोमनाथ और बोहर्री में आज मेला,दामाखेड़ा में मेले का समापन ,तिल्दा के लखना ग्राम पंचायत के अतिम छोर पर स्थित सोमनाथ में माघी पूर्णिमा के अवसर पर विशाल मेला भरेगा. मेले में आए हजारों लोग शिवनाथ और खारुन के पवित्र संगम स्थल में डुबकी लगाकर भगवान शिव का दर्शन करें पूजा अर्चना करने के साथ दान पुण्य करेंगे.. इसी तरह सिलयारी के पास स्थित कोल्हान नला के तट पर बोहरी मेला मैं भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे. उधर कबीर धर्मनगर दामाखेड़ा में पिछले 15 दिनों से चल रहे मांगी पूर्णिमा मेले का समापन होगा।