तिल्दा थाना प्रभारी अविनाश सिंह तत्काल प्रभाव से हटाये गए..इलाके में बढ़ते अपराधो के नियत्रंण में शिथिलता बरतने पर किया गया लाइन अटैच…
तिल्दा नेवरा-रायपुर SSP डॉ.संतोष सिंह के आदेश पर तिल्दा-नेवरा थाना की कमान टी.आई सत्येंद्र श्याम को दी गई है शाहर में लगातार बढ़ रहे अपराधों को नियंत्रण में शिथिलता बरतने के आरोप में टी अविनाश सिंह को SSP ने लाइन अटैच कर दिया है.यह सच है कि तिल्दा नेवरा शहर पूरी तरह से अपराधों के मकड जाल में फंस चुका है.. आए दिन चाकू बाजी.मारपीट की घटनाएं हो रही है.पिछले 1 साल के अंदर तीन थानेदारों का तबादला किया जा चुका है.लेकिन नए थानेदार के आने के बाद भी अपराधों पर अंकुश नहीं लग पाता है.आखिर क्या कारण है कि तिल्दा में अपराध थम नहीं पा रहे हैं.?
ऐसे आधे अधिक मामलो की रिपोर्ट यहा की पुलिस दर्ज करती ही नही है. चोरी होने पर पुलिस रिपोर्ट दर्ज नहीं करती .. ज्यादातर अपराधियों के खिलाफ थाने में जुर्म दर्ज किया ही नहीं जाता है.. कारण अपराध करने वाले लोग सट्टे जैसे गोरख धंधे से जुड़े हुए होते है या शराब,गाजा व अन्य नशीले पदार्थ बेचते हैं.. और कबाड़ की व्यवसाय करते हैं..
इन लोगों की पुलिस थाने में इतनी चलती है कि इनके कहने पर पुलिस अपराधियों को छोड़ प्रार्थी को ही मुलजिम बना देते है.. कुछ छुट भैया नेता भी शहर में सक्रिय है जो पुलिस की दलाली करते हैं और स्वयं गलत कार्यों में लिप्त होकर डंके की चोट पर काम करते हैं.. थानों में कई ऐसे पुलिसकर्मी है जो पिछले सात आठ सालों से जमे हुए हैं. नए टीं.आई जब यहां आते हैं तो.यहा पदस्थ पुलिसकर्मी उन्हें अपने चंगुल में फास लेते हैं और टी आई को अपराधियों तक पहुंचने ही नहीं देते हैं. ऐसे में भला अकेले टी.आई.क्या कर सकते हैं?
2 दिन पहले एक गांजा बेचने वाला व्यक्ति मंडी रोड किनारे बने घर में घुसकर एक महिला को डंडे से सर पर प्रहार कर उसे घायल कर दिया और धमकाते हुए घर से निकल गया. जब महिला फरियाद लेकर थाने पहुंची तो वहां बैठी महिला एएसआई पहले ही अपराधी को खबर कर दे दी कि तुम्हारे खिलाफ मामला दर्ज होने वाला है सतर्क हो जाए . बताया जाता है कि जब महिला थाने पहुंची और उन्होंने बताया कि आरोपी उनके घर में घुसकर उनसे मारपीट किए हैं. और सर पर डंडा मारा है. तो महिला एएसआई ने उनकी रिपोर्ट तो दर्ज की लेकिन जो बातें उन्होंने महिला ऐ एस आई को बताई उसमें लिखी ही नहीं गई, और ना ही एफआरआई की कॉपी उसे दी गई . मारपीट करने वाले आरोपी को पुलिस ने पकड़ना भी मुनासिब नहीं समझा. तीन दिन बाद पीड़ित महिला के पुत्र से फिर से उस युवक का विवाद हुआ तो पुलिस ने बिना देर किए पीड़ित महिला के पुत्र को थाने बुलाकर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर गिरफ्तार कर लिया.. साथ ही उनके साथ उस युवक को भी गिरफ्तार कर लिया . जिन्होंने घर के अंदर घुसकर महिला के सर पर डंडे से वार किया था.पीड़ित महिला ने बताया कि जब एएसआइ से रिपोर्ट मांगी गई तो महिला एएसआई ने कह दिया की रिपोर्ट थाने में मुंशी को दे दी है.
अब यह बताएं कि तिल्दा थाना में जब पुलिसकर्मी ही अपराधियों को संरक्षण देंगे तो अपराध कैसे थमेगा.. कितने भी थानेदारों के तबादले या लाइन हाजिर कर दिया जाए.. लेकिन जब तक अपराधियों के साथ पुलिस कर्मियों की मिली भगत चलेगी तब तक गुंडे बदमाशों पर पुलिस का किसी प्रकार का कोई भय नहीं दिखेगा.. तिल्दा में नए टी आई आ गए हैं.. निश्चित रूप से उन्हें कई दिन शहर को समझने में लगेगा.. हालांकि उनके आने के पहले ही दिन एक युवक खड़े ट्रेलर से टकरा गया जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई. उसके बाद लोग आक्रोर्षित हो गए और ट्रेलर को आग के हवाले कर दिया.. इसके पहले भी थाने के सामने में पुलिस की मौजूदगी में एक डंपर को जला दिया गया था. लेकिन आज तक पुलिस ने उन अपराधियों को नहीं पकड़ा है। तिल्दा थाना क्षेत्र शांति प्रिय माना जाता है.. यहां कई ऐसे टीआई रहे जो 3 साल तक थाना संभालते रहे.. रिटायर हो चुके शमशेर खान.. परिहार. एस.एन पांडेय. शोएब खान जैसे जांबाज टी आई अब देखने को नहीं मिल रहे हैं. इन थानेदारों के रहते हुए गुंडे बदमाश मारपीट करना तो दूर. बाहर निकालने की हिम्मत नहीं करते थे.. खैर वो समय अलग था इसीलिए हम पुरानी बातों को सिर्फ याद ही कर सकते हैं . एएसपी ने शहर के टी आई अविनाश सिंह को लाइन अटैच कर टी.आई.सत्येंद्र शाम को भेजा है.शहर वासियों को उम्मीद है कि नए टी आई निश्चित रूप से अपराधों पर पैबंद लगाएगे,
नए टी.आई सत्येंद्र श्याम ने कहा कि शहर में अपराधियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा. ना ही उन्हें संरक्षण दिया जाएगा, उन्होंने कहा कि अपराधी चाहे कितनी भी पहुंच वाला हो उसे पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
उधर ट्रेलर जलने की घटना के बाद तिल्दा थाना पहुचे ग्रामीण कप्तान कीर्तन राठौर ने कहा कि यदि पुलिस कर्मियों की अपराधियों से किसी तरह से मिली भगत होने की शिकायत आई तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय होना चाहिए. उन्होंने कहां कि SSP रायपुर डॉ.संतोष सिंह ने टी.आई सत्येंद्र शाम पर भरोसा जताया है और मुझे विश्वास है कि सत्येंद्र के आने के बाद शहर में बढ़ते अपराधो पर अंकुश लगेगा..