इंदर कोटवानी ..
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने चलाए जा रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन में फोर्स के जवानों को लगातार सफलता मिल रही है। खासकर नया साल तो उनके लिए मौत का बवंडर लेकर आया है। फोर्स के दबाव में नक्सली लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं और मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं। बीजापुर जिले के नेशनल पार्क एरिया में जवानों और नक्सलियों के बीच रविवार को भीषण मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं। नक्सलियों के जमावड़े की सूचना पर ऑपरेशन लॉन्च किया गया था, जिसमें DRG, STF और बस्तर फाइटर के जवान शामिल हैं। छत्तीसगढ़ में साल-2025 में इस घटना से पहले 49 नक्सलियों को मुठभेड़ में फोर्स ने मार गिराया है’
नए साल 2025 शुरू होने के बाद बीते 40 दिनों में नक्सलियो के साथ हुई मुठभेड़ में जवानों ने एनकाउंटर कर 86 नक्सलियों को मौत के घाट उतारा है..और नक्सलियों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार भी जप्त किए हैं ।
नए साल में पहली मुठभेड़ 5 जनवरी 2025 को हुई इसमें जवानो ने पांच नक्सलियो ढेर कर दिया था ,उसके बाद
16 जनवरी 2025 को बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक के पुजारी कांकेर और मारुड़बाका के जंगल में सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें फोर्स ने 18 नक्सलियों को मार गिराया था। जबकि 21 जनवरी 2025 को गरियांबद जिले में 14 नक्सली मारे गये थे।
2 फरवरी 2025 को बीजापुर जिले के गंगालुर थाना क्षेत्र के तोड़का जंगल में मुठभेड़ में जवानों ने आठ नक्सलियों को मार गिराया था। 9 फरवरी 2025 को छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर बीजापुर जिले के इंद्रावती नेशनल पार्क इलाके में 31 नक्सली ढेर किए गए ।
इसके पहले 16 अप्रैल को कांकेर जिले के छोटे बेठिया थाना क्षेत्र के माड़ इलाके में देश की सबसे बड़ी मुठभेड़ में 29 नक्सली मारे गये थे। पुलिस फोर्स और नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में नक्सली कमांडर शंकर राव ढेर हो गया था। शंकर राव पर 25 लाख का इनाम था। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद किया था। मारे गए सभी नक्सलियों पर कुल 1 करोड़ 78 लाख रुपए का इनाम घोषित था। वहीं नक्सलियों से जब्त एके- 47 और इंसास जैसे हथियारों पर पुलिस ने 7 लाख 55 हजार का इनाम रखा था।
उससे बड़ी मुठभेड़ में 9 फरवरी 2025 को छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर बीजापुर जिले के इंद्रावती नेशनल पार्क इलाके में हुई जिसमे 31 नक्सली ढेर किए गए है।आईजीपी सुंदर राज ने एनकाउंटर की पुष्टि करते कहा मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ भी सकती है।