सच ही कहते हैं प्रतिभा किसी सहारे की मोहताज नहीं होती सीजी दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा के स्टैंट टॉपर्स ने यही साबित किया है..। छोटे शहरों के होना हर बच्चे अपने गरीबी और बीमारी को बुलाकर पुर हौसले के साथ पढ़ाई में जुटे रहे परीक्षा के बाद कुछ दिनों का इंतजार और उसके बाद बेहद मीठा फल … दसवीं की टापर 2 साल से कैंसर से लड़ रही है, तो दसवीं का एक और टॉपर गरीबी से… 12वीं के टॉपर की भी यही कहानी है.. लेकिन पढ़ाई के साथ काम भी करते रहे।

कांकेर पंखाजुर जिले के कलीबेड़ा विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोंडाहुर की छात्रा इशिका बाला ने सीजी बोर्ड की दसवीं की परीक्षा में 99.17 प्रतिशत अंक के साथ पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है। ग्राम पीवी निवासी इशिका के पिता शंकर बाला पेशे से किसान है …इशिका पिछले दो वर्षों से ब्लड कैंसर से पीड़ित है ,,इस कारण पिछले सत्र में वह परीक्षा भी नहीं दिला पाई थी। इसके चलते वह बहुत मायूस भी थी लेकिन इस बहादुर बेटी ने हिम्मत नहीं हारी और इस सत्र में वह परीक्षा और कैंसर दोनों मैदान पर साथ जंग लड़ी परीक्षा में तो उसने परचम लहरा दिया है लेकिन कैंसर के मोर्चे पर अभी भी जंग जारी है…. इशिका रहती है कि उन्होंने कैंसर और परीक्षा दोनों को अलग-अलग लक्ष्य लेकर चला। बीमारी को पढ़ाई के कभी आले नहीं आने दिया इशिका ने अपनी इस उपलब्धि के लिए प्राचार्य अरुण कीर्तनीय सहित सभी शिक्षकों और माता-पिता के लगातार मिल रहे प्रोत्साहन को श्रेय दिया है इशिका आगे यूपीएससी की तैयारी करना चाहती है उनकी इच्छा सिविल सर्विस में आकर देश की सेवा करना है…

नमन कुटिया
जशपुर के छात्र नमन कुटिया ने भी दसवीं बोर्ड परीक्षा में 99.7% अंक के साथ कांकेर की इशिका बाला के साथ संयुक्त रूप से स्टेट टॉपर बने हैं। अपनी इस सफलता से उत्साहित नमन कहते हैं कि मैं शुरू से ही प्रवीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने की ठान रखी थी लेकिन पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर आऊंगा इसकी कल्पना नहीं थी नमन ने बताया कि वह रोजाना 5 6 घंटे पढ़ाई करते थे जिस विषय में थोड़े कमजोर थे उसे पर ज्यादा फोकस करते थे और ज्यादा समय देते थे नमन कहते हैं कि यदि लक्ष्य बनाकर तैयारी की जाए और अगले दिन के लिए कुछ भी ना छोड़ा जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है

अखिल सेन
कांकेर जिले के कोंडागांव हाई स्कूल के छात्र अखिल सेन पिता बेदन लाल सेन ने सीजी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है.. सीए बनने का लक्ष्य लेकर चल रहे अखिल कहते हैं कि स्टेट टॉपर बनने की तो नहीं सोची थी लेकिन इस बार पोजीशन और बेहतर होने का पूरा भरोसा था शुरू से मेधावी रहे अखिल दसवीं में टॉप टेन में आठवें स्थान पर रहे थे वह कहते हैं कि इसी समय से उन्होंने ठान लिया था कि 12वीं में और बेहतर प्रदर्शन करेंगे कॉमर्स के छात्र अखिल ने बताया कि रोजाना से 8 घंटे तक जमकर पढ़ाई करते थे ग्राम धनेलीकनहर निवासी अखिल के पिता की किरण की दुकान है उसके साथ ही वह घर का खर्च पूरा करने के लिए अखबार की एजेंसी चलाते हैं अखिल परीक्षा के दिनों में भी पिता के काम में हाथ बताते हुए रोजाना अकबर बताते थे…..

