आइशा कोटवानी
तिल्दा नेवरा-इस साल बुद्ध पूर्णिमा 23 में को है क्यों कि गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का 9 वां अवतार माना गया है. इसीलिए हिंदू और बौद्ध दोनों धर्म में इस वर्ष का खास महत्व है.
आइंए बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर आपको बताते हैं कि भगवान बुद्ध की कौन सी प्रतिमा घर में लाने से सुख- शांति आती है और धन की आवक बढ़ती है।
सोते हुए बुद्ध की मूर्ति..
सोते हुए या दांई और झुके हुए बुद्ध की प्रतिमा को पश्चिम की तरफ मुंह करके स्थापित करना चाहिए. बुद्ध की यह मूर्ति घर में सुख. शांति और समृद्धि लेकर आती है.
ध्यान मुद्रा.
बुद्ध की ध्यान मुद्रा वाली प्रतिमा को बगीचे में स्थापित करें. इससे बुद्ध अपने दाएं हाथ को बाएं हाथ के ऊपर उंगलियां फैला कर रखते हैं. जिसमें उनका अंगूठा ऊपर रहता है.
बुद्ध की इस प्रतिमा को आप बगीचे या मंदिर में लगा सकते हैं.इससे मन. शरीर और आत्मा को शांति मिलती है आदमी सदैव निरोगी रहता है.
भूमि स्पर्श मुद्रा..
इस मुद्रा में बुद्ध अपने दोनों हाथ मिलाकर पैरों पर रखते हैं. बुद्ध की यह अवस्था ज्ञान प्राप्ति के समय का प्रतिनिधित्व करती है. इसे बच्चों के स्टडी रूम या टेबल पर रखना चाहिए.
वरद मुद्रा..
इस मुद्रा में बुद्ध अपने दाएं हाथ से जमीन छूते हुए दिखाई देते हैं. जबकि बाया हाथ पैर पर रहता है. यह मुद्रा स्वागत दान या दया का प्रतीक है. जिसे घर के मुख्य द्वार पर रखना चाहिए.
अभय मुद्रा.
इस मुद्रा में बुद्ध आशीर्वाद की तरह हाथ उठाकर तर्जनी अंगुली को अंगूठे से जोड़ लेते हैं. यह मुद्रा सुरक्षा. शांति और भय मुक्त को दर्शाती है. इस प्रतिमा को लिविंग रूम में रखना चाहिए.
लाफिंग बुद्धा..
धन की आवक बढ़ने के लिए घर में हंसते हुए बुद्ध की मूर्ति यानी लाफिंग बुद्धा स्टैचू लगाना चाहिए. इसे घर के प्रवेश द्वार पर दरवाजे के सामने रखना सबसे अच्छा होता है.