Tuesday, July 8, 2025
Homeदेश विदेशगीता, रामायण और 'How Prime Minister decide'... तिहाड़ ले जाने के लिए...

गीता, रामायण और ‘How Prime Minister decide’… तिहाड़ ले जाने के लिए CM केजरीवाल ने मांगीं ये चीजें

अरविंद केजरीवाल ने अपने वकीलों के जरिए कोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने मांग की है कि उन्हें जेल में तीन किताबें ले जाने की मंजूरी दी जाए. इन किताबों में भगवदगीता, रामायण और वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी की किताब ‘हाउ प्राइम मिनिस्टर डिसाइड’ मांगी है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट ने 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ भेज दिया है. उन्हें 15 अप्रैल तक दिल्ली कीतिहाड़ जेल में रखा जाएगा. ऐसे में केजरीवाल ने तिहाड़  ले जाने के लिए तीन किताबों की मांग की है.

केजरीवाल ने अपने वकीलों के जरिए कोर्ट में एक याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने मांग की है कि उन्हें जेल में तीन किताबें ले जाने की मंजूरी दी जाए. इन किताबों में भगवदगीता, रामायण और वरिष्ठ पत्रकार नीरजाचौधरी की किताब ‘हाउ प्राइम मिनिस्टर डिसाइड’ शामिल हैं. इसके साथ ही उन्होंने जेल में जरूरी दवाओं की भी मांग की है.

इसके साथ केजरीवाल ने जो धार्मिक लॉकेट पहन रखा है, उसे भी अपने साथ जेल ले जाने की कोर्ट से मंजूरी मांगी है. साथ ही विशेष डाइट की भी मांग की है. उन्होंने कोर्ट से जेल में मेज औरकुर्सी दिए जाने की भी इजाजत मांगी है.

केजरीवाल को तिहाड़ में किस सेल में रखा जाएगा?

तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक, अभी यह तय नहीं है कि केजरीवाल को तिहाड़ के किस बैरक में रखा जाएगा. कुछ दिन पहले आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को दो नंबर जेल से पांच नंबर जेल में शिफ्ट किया गया है. मनीष सिसोदिया को जेल नंबर एक में रखा गया है. वहीं, सतेंद्र जैन को तिहाड़ जेल की सात नंबर जेल मेंरखा गया है. के. कविता को लेडी जेल नंबर 6 में रखा गया है.

बता दें कि तिहाड़ जेल में कुल नौ जेल हैं, जिनमें लगभग 12 हजार कैदी हैं. इस जेल में ईडी और सीबीआई से संबंधित कैदियों को रखा जाता है.

क्या है जेल की दिनचर्या?

जेल में सभी कैदियों के लिए समान दिनचर्या है. सूरज निकलते ही कैदियों की सेल और बैरक को खोल दिया जाता है. इसके बाद सुबह लगभग 6.40 बजे नाश्ते में चाय और ब्रेड दिया जाता है. नहाने के बाद अगर कोर्ट जाना है या फिर किसी से मुलाकात करनी है तो उसके लिए तैयार किया जाता है. सुबहसाढ़े दस और 11 बजे के आसपास दाल, एक सब्जी और पांच रोटी खाने में दी जाती है. जिस कैदी को रोटी नहीं खानी है, उसे चावल दिए जाते हैं.

इसके बाद कैदियों को बैरक से बाहर निकाला जाता है. उन्हें 3.30 बजे चाय और दो बिस्किट दिए जाते हैं. फिर शाम लगभग चार बजे अगर कोई वकील मिलना चाहे तो मिल सकता है. शाम 5.30. कैदियों को रात का खाना दिया जाता है, जिसमें दाल, एक सब्जी और पांच रोटी होती हैं. फिर 6.30 बजे या 7 बजे सूरज ढल जाने पर सभी कैदियों को सेल में बंद करकर दिया जाता है.

बता दें कि कैदियों को जेल में सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक टीवी देखने की मंजूरी भी दी जाती है. इस दौरान 18 से 20 चैनल ही देखने दिए.जाते हैं, जिनमें न्यूज से लेकर खेल और मनोरंजन चैनल शामिल हैं.

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments