तिल्दा नेवरा-सदविप्र समाज सेवा छत्तीसगढ़ के सद्गुरु धाम आश्रम गौरखेड़ा में पूर्णिमा पर्व मनाया गया.जिसमें सदगुरु स्वामी कृष्णानंद जी ने अपने दिव्य प्रवचन में कहा कि यह पर्व पूरे विश्व में भारत की देन है,गुरु जब आपके अंदर आत्मा रूपी चंद्रमा को पूर्ण रूप से परमात्मा के सामने खड़ा कर देता है. और शिष्य जब इसे ग्रहण कर लेता है तो अंदर गुरु पूर्णिमा की घटना घट जाती है.
स्वामी जी ने बताया की यह पर्व आषाढ़ मास में आता है. जब वर्षा से चारों तरफ हरियाली हो जाती है तो किसानो के चेहरे में मुस्कुराहट आ जाती है. इसलिए आषाढ़ की पूर्णिमा को ही गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है. सदगुरुदेव ने बताया कि हमें अपने परमात्मा,गुरू गोविन्द से एलाइनमेंट और ट्युनिंग बनाकर रखना चाहिए’अर्थात हमें पाठ पूजा परमात्मा की भक्ति ध्यान से करते रहना चाहिए,ताकि हमारी परमात्मा से ट्यूनिंग बनी रहे और हमारी जिंदगी की गाड़ी आराम से बिना खटपट के चलती रहे.
स्वामी ने कहा आज के दिन जो भी शिष्य अपने पापों को गुरु के चरण में अर्पण करकरता है,वह गुरु की वर्षा रुपी प्रेम कृपा भरा रहता है, और परमात्मा की कृपा से उसका आध्यात्मिक, आर्थिक , समाजिक और राजनीतिक विकास निरंतर होता है कार्यक्रम में सदवइप्र समाज सेवा छ ग के अध्यक्ष हेमंत;कोषाध्यक्ष महेन्द्र वर्मा, उपाध्यक्ष योगेश वर्मा, लक्ष्मी बघेल, प्रथम प्रचारक डिगेश्वर आचार्य मनीष अग्रवाल, नीरज अग्रवाल, अश्विनी निषा,द महात्मा राम कृष्ण, , महात्मा रामानुज,सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु सत्संग लाभ लेने उपस्थित थे,सुबह ब्रह्म दीक्षा में भी सैकड़ों भक्तों ने भाग लिया|