छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पिछले पांच सालो की तरह इस बार भी हरेली का त्योहार अपने निवास में प्रदेश की जनता के साथ मनाएंगे। बघेल ने कहा कि, रायपुर में वे अपने शासकीय निवास में हर साल की तरह इस साल भी हरेली मनाएंगे, जिसमें आम जनता भी आ सकेगी। तीज-त्योहार को कांग्रेस की सरकार ने ही जीवित किया था।
मुख्यमंत्री रहते हुए भूपेश बघेल हर साल मुख्यमंत्री निवास में हरेली त्योहार का आयोजन करते थे। विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद यह पहला बड़ा त्योहार है। जिसमें बघेल अब विपक्ष में हैं। ऐसे में संशय बना हुआ था कि शायद इस बार कोई बड़ा आयोजन न किया जाए।
भाजपा सरकार में हरेली त्योहार को लेकर कोई बड़ा योजना न होने को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि, तीज त्योहार को हमने जीवित किया था। सभी लोग मनाते थे, अब उसे पीछे धकेलने का काम ये कर रहे। ये गेड़ी तब चढ़ पाते है जब दो लोग पकड़ते हैं।
बोरे बसी भी बड़ी मुश्किल से इन्होंने खाया। इनका कार्यक्रम ही नहीं था खाने का। विष्णुदेव साय ने ट्रेंड होते देखा तब दोपहर के बाद बड़ी मुश्किल से बोर बासी खाया।