रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी स्थित रायपुर के AIIMS में MBBS के नए छात्रों ने सीनियर्स पर रैगिंग का आरोप लगाया है। 16 नवंबर की रात को उन्हें कथित तौर पर रात भर परेशान किया गया। कुछ छात्राएं बेहोश भी हो गईं क्योंकि उन्हें 3 बजे सुबह तक खड़े रहने के लिए मजबूर किया गया था। छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट की वकील मीरा पटेल को गुमनाम शिकायत भेजी है। मीरा पटेल ‘सोसाइटी अगेंस्ट वायलेंस इन एजुकेशन (SAVE)’ की कानूनी प्रमुख हैं।
शिकायत में सीनियर्स के नाम
वहीं, शिकायत में कुछ सीनियर्स के नाम भी शामिल हैं। पटेल ने शिकायत संस्थान को भेज दी है और तत्काल कार्रवाई की मांग की है। 2023 बैच के MBBS छात्रों का कहना है कि आधी रात को सीनियर्स ने उन्हें एक कमरे में बुलाया। फिर उन्हें सिर्फ टी-शर्ट पहनाकर ठंड में बास्केटबॉल ग्राउंड पर मार्च कराया गया। जूनियर्स का कहना है कि ‘सुरक्षा उल्लंघन’ के नाम पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उनके फ़ोन छीन लिए गए। यह रैगिंग सुरक्षा गार्डों की मौजूदगी में सुबह 3 बजे तक चलती रही।रैगिंग के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
AIIMS-रायपुर के प्रवक्ता मृत्युंजय राठौर ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि संस्थान में रैगिंग के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। जूनियर और सीनियर अलग-अलग कैंपस में रहते हैं। एंटी-रैगिंग कमेटी गुमनाम शिकायत की जांच कर रही है।
वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रायपुर के डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि यह चिंता का विषय है। यह AIIMS-रायपुर में रैगिंग का दूसरा मामला है।
16 नवंबर की रात घटी है यह घटना
यह घटना 16 नवंबर की रात को घटी। MBBS के नए छात्रों ने अपने सीनियर्स पर रैगिंग का आरोप लगाया है। उन्हें आधी रात को एक कमरे में बुलाया गया और फिर ठंड में बास्केटबॉल ग्राउंड पर मार्च कराया गया।
जूनियर्स ने बताया कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उनके फ़ोन छीन लिए गए। यह सब सुरक्षा गार्डों के सामने हुआ। छात्राओं को सुबह 3 बजे तक खड़े रहने के लिए मजबूर किया गया, जिससे कुछ बेहोश हो गईं। छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट की वकील मीरा पटेल को गुमनाम शिकायत भेजी है। शिकायत में कुछ सीनियर्स के नाम भी हैं।
जांच शुरू
एंटी-रैगिंग कमेटी मामले की जांच कर रही है। डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि यह चिंता का विषय है क्योंकि यह AIIMS-रायपुर में रैगिंग का दूसरा मामला है।